लखनऊ के विनयखंड-5 में जेष्ठ मास के अंतिम मंगल पर भंडारे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत हनुमान जी की पूजा और वैदिक मंत्रों के साथ हुई। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। पूजा के बाद भंडारे की शुरुआत हुई। भोजन प्रसाद के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगीं। प्रसाद में पूरी, सब्जी और बूंदी का वितरण किया गया। आसपास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।
ऐसे आयोजन सामाजिक एकता और धार्मिक आस्था का प्रतीक
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक प्रशांत सिंह, आमंद मलय सिंह, अनुप सोनी, प्रशांत पटेल और अनुप सिंह थे। प्रशांत सिंह ने बताया कि यह आयोजन हर साल की तरह सामाजिक एकता और धार्मिक आस्था के लिए किया गया। उनका मानना है कि इससे समाज में सेवा भावना और सामूहिकता को बल मिलता है।
स्थानीय निवासियों ने आयोजकों की इस पहल की सराहना की। उन्होंने भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों की निरंतरता की इच्छा जताई। पूरे आयोजन में साफ-सफाई और व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया।