भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने व्यस्त कूटनीतिक सप्ताह की शुरुआत महासभा सत्र से इतर द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों के साथ की इसके अलावा विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने तुर्की के विदेश मंत्री मेवलेट कावुसोग्लू से साइप्रस के मुद्दे पर चर्चा की। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और तुर्की के विदेश मंत्री मेवलेट कावुसोग्लू के बीच हुए चर्चे की सबसे खास बात यह भी रही की इस दौरान साइप्रस के मुद्दों के अलावा यूक्रेन युद्ध, खाद्य सुरक्षा, जी 20, वैश्विक व्यवस्था, एनएएम जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी बात हुई।
इसके अलावा विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कोमोरोस के राष्ट्रपति अजाली अस्सुमानी के साथ भी बैठक की। बैठक में जयशंकर ने कोविड-19 और डेंगू से निपटने में भारत के प्रयासों की प्रशंसा करने के लिए उनका आभार जताया। साथ ही एस जयशंकर ने लीबिया के विदेश मंत्री नजिला इलमैनगोउश से मुलाकात की। उन्होंने ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद ट्वीट भी किया ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री अलेक्जेंडर शालेनबर्ग से मुलाकात करके अच्छा लगा। शिक्षा तथा अन्य क्षेत्रों में हमारे सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया।
विदेश मंत्री ने घाना के राष्ट्रपति नाना अकुफो-अडो, कोमोरोस के राष्ट्रपति अजालि असोमनी से भी मुलाकात की।
जयशंकर ने मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकी से भी मुलाकात कर द्विपक्षीय रिश्तों पर बात की। इथियोपिया के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री डेमेके मेकोनेन हसन के साथ अपनी बैठक में जयशंकर ने अफ्रीकी देश में ताजा घटनाओं पर उनकी टिप्पणियों की सराहना की। विदेश मंत्री ने इंडोनेशिया के विदेश मंत्री रेटनो मार्सुडी से जी-20 समूह के अलावा म्यांमार की स्थिति पर भी बातचीत की। इंडोनेशिया अभी जी-20 का अध्यक्ष है और उसके बाद भारत समूह की अध्यक्षता करेगा. भारत एक दिसंबर 2022 से 20 नवंबर 2023 तक एक वर्ष के लिए समूह की अध्यक्षता करेगा। इस बैठक में दोनों पक्षों ने जी20, उससे जुड़ी चुनौतियों और आगे की रणनीति पर विचार साझा किए।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी