रूसी आर्कटिक द्वीपसमूह में हिरनों के चरवाहे ने बर्फ की गुफा में रहने वाले भालू का संरक्षित शव पाया है. शोधकर्ताओं के अनुसार संरक्षित शव हिमयुग भालू का है. एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार यह खोज लयाखोव्स्की द्वीप पर बर्फ पिघलने के कारण हुई है. इस भालू के दांत और नाक सुरक्षित पाए गए हैं.
इससे पहले वैज्ञानिक केवल 15,000 साल पहले विलुप्त हो चुकी गुफा भालुओं की हड्डियों की खोज कर पाए थे. नॉर्थ-ईस्टर्न फेडरल यूनिवर्सिटी ऑफ याकुत्स्क के वैज्ञानिकों ने इस खोज को बड़ी सफलता माना है. विश्वविद्यालय द्वारा जारी एक बयान में शोधकर्ता लीना ग्रिगोरिएवा ने जोर दिया कि पहली बार किसी भालू का शव मिला है जिसमें उसकी त्वचा मुलायम है.
ग्रिगोरिएवा ने कहा कि यह पूरी तरह से संरक्षित है, सभी आंतरिक अंगों के साथ, यहां तक कि इसकी नाक भी शामिल है. यह खोज पूरी दुनिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. एक प्रारंभिक विश्लेषण ने संकेत दिया कि वयस्क भालू 22,000 से 39,500 साल पहले यहां रहता था.
विश्वविद्यालय ने शोधकर्ता मैक्सिम चेप्रासोव के हवाले से कहा कि भालू की सही उम्र का पता लगाने के लिए रेडियोकार्बन विश्लेषण करना आवश्यक है. भालू के शव को बोल्शॉय लयाखोव्स्की द्वीप पर हिरन चरवाहों द्वारा पाया गया था. लापतेव सागर और पूर्वी साइबेरियाई सागर के बीच स्थित न्यू साइबेरियन द्वीपसमहू में लयाखोव्स्की द्वीपसमूह सबसे बड़ा है.
इसके अलावा विश्वविद्यालय के अनुसार याकुतिया की मुख्य भूमि के अन्य क्षेत्र में भी बर्फ की गुफा में रहने वाले एक भालू के बच्चे का संरक्षित शव पाया गया था. इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है लेकिन वैज्ञानिक इसके डीएनए प्राप्त करने के लिए आशान्वित हैं. हाल के वर्षों में रूस के साइबेरिया के विशाल क्षेत्रों में मैमथ, गैंडों, बर्फ पर रहने वाले घोड़ों के बच्चों, कई पिल्लों और हिमयुग शेर शावकों को भी खोजा गया है.