औरैया। जिला मुख्यालय पर जनपद ईंट निर्माता समिति के पदाधिकारियों ने बिना परमीशन जनपद में चलाए जा रहे लाही का भूसा डंप करने के विरोध में शुक्रवार से जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर धरना दिया। पदाधिकारियों ने कहा कि अगर भूसा के अवैध भंडारण तत्काल बंद नहीं कराया गया तो दस दिन बाद जिले में भूसा नहीं बचेगा और ईंट भट्ठे बन्द हो जाएंगे।
संगठन के अध्यक्ष रवींद्र सिंह कुशवाह ने कहा कि कोयले की विशेष अनुपलब्धता के कारण ईंट भट्टों की फुकाई का कार्य कृषि अपशिष्ट (सरसों के भूसे) से किया जाता है। लेकिन, इस बार कुछ दूसरे प्रांतों से आकर माफियाओं ने जगह-जगह भूसा खरीदने के केंद्र खोल रखे हैं। वह भूसा किसानों को भट्टों तक पहुंचने नहीं देते हैं।
उन्होंने बताया कि भट्टों पर पहुंचने से पहले ही वह भूसे को खरीदकर दूसरे प्रांतों व अन्य जिलों के लिए लोड करा देते हैं। बहुत बड़े स्तर पर ओवरलोड हो रही हैं। जब कोई भट्टे वाला किसान की ट्राली को भट्टे पर ले जाने की कोशिश करता है तो यह माफिया गुंडागर्दी पर उतर आते हैं।
महामंत्री हरिश्चंद्र वर्मा ने कहा कि यह इतने बड़े स्तर पर व्यापार कर रहे हैं। जबकि इनके पास न ही कोई परमीशन है और न ही जीएसटी का पंजीकरण है। बताया कि अगर यही हाल रहा तो दस दिन बाद जिले में भूसा मिलेगा और ईंट भट्ठे बन्द हो जाएंगे। धरना प्रदर्शन में सुनील दुबे, सोनू कुशवाह, राहुल शुक्ला, मंजुल पांडेय, जयवीर, राजेश राजपूत समेत तमाम लोग मौजूद रहे।