शुक्रवार को भारतीय बेंचमार्क सूचकांक लाल निशान पर बंद हुए, जिससे लगातार तीसरे सप्ताह भी गिरावट जारी रही। बाजार में गिरावट हैवीवेट वित्तीय और ऑटोमोबाइल शेयरों में कमजोरी के कारण दिखी। अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी चिंताओं के कारण निवेशकों की धारणा कमजोर बनी हुई है। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 424.90 अंक या 0.56 प्रतिशत गिरकर 75,311.06 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 623.55 अंक या 0.82 प्रतिशत गिरकर 75,112.41 अंक पर आ गया। एनएसई निफ्टी 117.25 अंक या 0.51 प्रतिशत गिरकर 22,795.90 पर आ गया। बीते चार कारोबारी दिनों में बीएसई का सूचकांक 685.8 अंक या 0.90 प्रतिशत गिरा, जबकि निफ्टी 163.6 अंक या 0.71 प्रतिशत गिरा।
ऑटो शेयरों और विदेशी फंडों की लगातार निकासी के कारण शुक्रवार को प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। कमजोर अमेरिकी बाजार और टैरिफ की धमकियों ने भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
सेंसेक्स के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर ये रहे
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में से महिन्द्रा एंड महिन्द्रा में 6 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। अदाणी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स, सन फार्मा, पावर ग्रिड, जोमैटो, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट भी पिछड़ने वाले शेयरों में शामिल रहे। टाटा स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स, एचडीएफसी बैंक और एनटीपीसी लाभ में रहे।
जानकारों के अनुसार, “एफआईआई की लगातार बिकवाली, रुपये में गिरावट, महंगे मूल्यांकन और अमेरिका की ओर से टैरिफ लगाने की धमकी जैसे नकारात्मक कारणों से निवेशक भारतीय शेयरों से दूर हो रहे हैं।”