नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया में रविवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाएं सामने आईं। इस बीच सोमवार (16 दिसंबर) को दिल्ली पुलिस ने छात्रों से कहा है कि उनके प्रदर्शन में असमाजिक तत्व शामिल होकर विश्वविद्यालय की छवि खराब कर सकते हैं।
समाचार की रिपोर्ट के अनुसार, साउथ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने कहा है, ‘मैं जामिया के छात्रों से अपील करता हूं कि जब उनके विरोध प्रदर्शन में असामाजिक तत्व शामिल होते है तो विश्वविद्यालय की छवि खराब होती है। विरोध शांतिपूर्ण और अनुशासित होना चाहिए।’
दिल्ली पुलिस की ओर से बसों में आग लगाने के लगाए जा रहे आरोपों को लेकर उन्होंने कहा, ‘यह एक पूर्ण झूठ है। जब भीड़ आग लगा रही थी, तो पुलिस ने निवासियों से पानी मांगकर आग बुझाने का प्रयास किया। जहां तक विशेष बस का सवाल है, पुलिस ने बोतल से पानी का उपयोग कर बस को बचाया।’