भारत में तेल का व्यापार करने वाली कंपनियों ने घरेलू गैस सिलेंडर के ग्राहकों के लिए ई-केवाईसी (Electronic Know Your Customer) नियम को लागू किया है। इस बारे में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी का कहना है कि फर्जी ग्राहकों की पहचान करने के लिए ई-केवाईसी प्रणाली को लागू किया गया है। दरअसल, कई बार फर्जी खाते से घरेलू गैस सिलेंडर को बुक किया जाता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसे फर्जी खातों को खत्म करने और घरेलू गैस सिलेंडरों की फर्जी बुकिंग पर लगाम लगाने के लिए, तेल का व्यापार करने वाली कंपनियों ने ई-केवाईसी प्रणाली को लागू किया है। हरदीप पुरी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ई-केवाईसी प्रणाली के लिए तेल कंपनियों और केंद्र सरकार की ओर से कोई समयसीमा तय नहीं की गई है।
वीडी सतीसन ने क्या कहा था?
दरअसल, इससे पहले केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीसन ने इस मामले को उठाया था। उन्होंने सोमवार को कहा था कि ई-केवाईसी प्रणाली की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। सतीसन ने इसे लेकर केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी को पत्र भेजा था। पत्र में अनुरोध किया गया है कि इस असुविधा को दूर करें। अब केंद्रीय मंत्री ने सतीसन के पत्र का जवाब दिया है।
घर बैठे आसानी से करवा सकते हैं ई-केवाईसी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि फर्जी खातों का पता लगाने के लिए ई-केवाईसी नियम को लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली के तहत बीते आठ महीने से काम किया जा रहा है और इसके लिए कोई समयसीमा तय नहीं की गई है। गैस सिलेंडरों के गलत इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए भी ई-केवाईसी प्रणाली को लागू किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि ग्राहकों को ई-केवाईसी के लिए गैस एजेंसी तक जाने की आवश्यकता नहीं है। ग्राहक घर बैठे आसानी से ई-केवाईसी करवा सकते हैं। इसके लिए आपके घर पर सिलेंडर पहुंचाने वाले गैस कंपनी के के कर्मचारी मोबाइल ऐप के माध्यम से आपके आधार नंबर की तस्वीर लेंगे। इसके बाद ग्राहक के मोबाइल नंबर पर ओटीपी (One Time Password) आएगा। ओटीपी दर्ज करने का बाद ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।