आधुनिक राजनीति के चाणक्य, गृहमंत्री अमित शाह 55 साल के हो गए हैं। आज यानि 22 अक्टूबर को उनका जन्मदिन है। अमित शाह आज की राजनीति में सफलताओं का दूसरा नाम बन चुके हैं। उनके नाम पर एक से बढ़कर एक आश्चर्यजनक सफलताए दर्ज हैं।
अमित शाह को साल 2014 में भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया और साथ ही उत्तर प्रदेश का प्रभारी भी बनाया गया। यहां से अमित शाह की मौजूदगी राष्ट्रीय स्तर पर दर्ज हुई। भाजपा ने उनकी अगुवाई में 71 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की। साल 2014 में बीजेपी की जीत में यूपी का योगदान सरकार गठन का सबसे मजबूत पक्ष रहा।
इसके बाद 2014 में ही अमित शाह को राष्ट्रीय पार्टी अध्यक्ष बना दिया गया। 2019 में दूसरी बार भी जब पीएम मोदी की सरकार आई तो उन्हें गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंप दी गई। गृहमंत्री की शपथ लेते वक्त अमित शाह के जेहन में कुछ ऐतिहासिक करने का संकल्प चल रहा था उन्होंने गृहमंत्री बनते ही इस संकल्प को साकार कर दिया। अमित शाह ने कई बड़े फैसले लेकर इतिहास रच दिया। इनमें जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना और तीन तलाक पर कानून भी शामिल है।
मुंबई में जन्में अमित शाह ने राजनीति में आगे बढ़ने के लिए कदम कदम पर संघर्ष किया। पढ़ाई के बाद उन्होंने अपने स्टिक के पाइप का कारोबार शुरू किया। इसके बाद स्टॉक मार्केट में शेयर ब्रोकर के तौर पर भी काम किया। वह 16 साल की आयु में ही आरएसएस से जुड़ गए और अखिल विद्यार्थी परिषद् (ABVP) के कार्यकर्ता बन गए। पार्टी और संगठन के प्रति निष्ठा व काम करने की अथक लगन ने आज उन्हें भारतीय सियासत की उन बुलंदियों तक तक पहुंचा दिया है जो किसी भी राजनेता का सबसे खूबसूरत सपना होती है।