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लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह ने जाबांज बहादुरों को श्रद्धांजलि दी एवं गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया

लखनऊ। सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (DGAFMS) महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह और वरिष्ठ कर्नल कमांडेंट ने नियुक्ति के बाद पहली बार एएमसी सेंटर और कॉलेज, लखनऊ का दौरा किया।

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लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह ने 23 मार्च को लखनऊ छावनी में एएमसी सेंटर और कॉलेज में युद्ध स्मारक ‘श्रद्धांजलि’ पर पुष्पांजलि अर्पित कर एएमसी के बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने कर्तव्य की पंक्ति में सर्वोच्च बलिदान दिया। समारोह में लखनऊ स्टेशन से आर्मी मेडिकल कोर के अधिकारियों, जूनियर कमीशंड अधिकारियों, जवानों, रंगरूटों और पूर्व सैनिकों ने भाग लिया।

लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह

13वें एएमसी रीयूनियन और 56वें एएमसी द्विवार्षिक सम्मेलन के अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल पीवी रामचंद्रन, पीवीएसएम परेड ग्राउंड, लखनऊ छावनी में लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

जनरल ऑफिसर ने मेजर सुबोध कुमार, सम्मान गार्ड कमांडर द्वारा प्रस्तुत दल का निरीक्षण किया और अनुकरणीय और सधे कदमताल के साथ मार्चिंग के लिए प्रशंसा व्यक्त की।

लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह

इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह, डीजीएएफएमएस और एएमसी सेंटर एवं कॉलेज के कमांडेंट और ऑफिसर-इन-चार्ज रिकॉर्ड्स एवं कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल वी साबिद सैयद ने डीजीएमएस (सेना), डीजीएमएस (नौसेना), डीजीएमएस (वायु), डीजी डेंटल एंड ब्रिगेडियर रिकॉर्ड्स की सम्मानित उपस्थिति में एक पुस्तक ‘बंधन’ का विमोचन किया जो सीओ (ओआर) और उनके नेक्स्ट ऑफ़ किन (एनओके) के पेंशन और अन्य अधिकारों पर आधारित है।

लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह

यह पुस्तक पेंशन के विभिन्न महत्वपूर्ण लक्षणों पर प्रकाश डालती है और सही समय पर सही पेंशन की दृष्टि से तैयार की गई है, जिसकी आवश्यकता एक पेंशनभोगी को होती है, जिसमें स्पर्श, पेंशन लाभ के प्रकार, विभिन्न भाग-II आदेशों का प्रकाशन, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और लाभार्थियों की सभी श्रेणियों के लिए विभिन्न एजेंसियों से उपलब्ध कल्याणकारी उपाय के बारे में नवीनतम जानकारी शामिल है।

लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह

यह पुस्तक आर्मी मेडिकल कोर के सम्मानित पूर्व सैनिको को काफी हद तक सशक्त बनाएगी और उन्हें नवीनतम नीति परिवर्तन और उनके अधिकारों के बारे में शिक्षित करेगी।

सेना चिकित्सा कोर रिकॉर्ड कार्यालय 1.25 लाख पूर्व सैनिकों के लिए जिम्मेदार है और पेंशनभोगियों के सही प्रलेखन, उनकी शिकायत निवारण, समय पर ई-पीपीओ जारी करने, पेंशन दावों, सेवा के अनुदान और परिवार पेंशन, सेवानिवृत्त और एनओके को अन्य टर्मिनल लाभों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी

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