लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज पार्टी मुख्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि भाजपा सरकार में संविधान खतरे में है। दलितों, पिछड़ों, सवर्णों सभी को अपमानित किया जा रहा है। इस भाजपा सरकार को हटाकर एक अच्छी सरकार बनाना है। इसीलिए हम समाजवादी पार्टी में अच्छे लोगों को जोड़ रहे हैं। जनहित की सरकार बनेगी तभी खुशहाली आएगी। शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के साथ अवस्थापना सुविधाओं का भी विस्तार होगा। किसानों को लाभ मिलेगा।
श्री यादव ने कहा हम सभी जाति, धर्म और वर्गों को साथ लेकर चलते है।समाजवादियों की यही सोच है कि साइकिल को दो पहियों में एक डाॅ. अम्बेडकर की तो दूसरी डाॅ. लोहिया की विचारधारा है। समाजवादी पार्टी सभी को साथ लेकर चलने की हिमायती है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा और बसपा दोनों समाजवादी पार्टी को हराने में एक साथ है, आखिर कोई वजह तो इसके पीछे होगी जिससे दोनों ही हमसे लड़ना चाहती हैं। जबकि हमारा लक्ष्य 2022 के विधानसभा चुनाव पर हैं।
श्री यादव ने कहा कि कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। यह बीमारी जहां से चली थी वहां और फैल रही है। दुबारा लाॅकडाउन हुआ तो हमारी रोटी-रोजगार का क्या होगा? उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार विकास पर बहस नहीं चाहती है। किसान को ड्योढी कीमत देने का क्या हुआ? मंडियों की स्थापना कहां हुई? अनावश्यक मुद्दों पर भाजपा जनता को गुमराह करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारी सम्पत्ति को बेच रही है। मुख्यमंत्री जी के गृह जनपद में अपराध थम नहीं रहे हैं। बेटियों की सुरक्षा के लिए समाजवादी सरकार में 1090 सेवा से 8 लाख बहनों को मदद मिली थी। अब इसे बंद कर दो मंजिला झोपड़ी (पिंक हट) बनाकर सुरक्षा का हवाई वादा हो रहा है। कोई अच्छी कम्पनी काम करने नहीं आ रही है। ग्रीन सोलर एनर्जी सहित एक यूनिट बिजली भी इस सरकार में नहीं बनी। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जी के पास दिव्यशक्ति है पर उनकी कैसी भाषा है ‘ठोक दो।‘ इस ठोक दो नीति के कारण अपराधों में वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री जी की यह भाषा आलोकतांत्रिक और अमानवीय है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जनता भाजपा से बहुत नाराज है वह उपचुनाव हारने जा रही है। वह झूठा प्रचार कर चुनाव जीतने की साजिश करती है। उपचुनाव में भाजपा सरकार ने सरकारी मशीनरी को भी कोटेदारों, प्रधानों को धमकाने में लगा दिया। पूरे प्रदेश की जनता इंतजार कर रही है कि कब उसे सबक सिखाने का मौका मिलेगा? 2022 में भाजपा को समझ आ जायेगी कि जनता को धोखा देना कितना मंहगा पड़ता है।
वहीं 2022 में प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री बनाने के संकल्प के साथ आज कांग्रेस की पूर्व सांसद श्रीमती अन्नू टण्डन कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गई। उनके साथ लगभग डेढ़ सौ अन्य कार्यकर्ता भी कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं।