इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जानकारी दी कि आगामी 22 जनवरी को वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रवासी भारतीय दिवस का शुभारंभ करेंगे जबकि इसके अगले दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इसके समापन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।प्रवासी भारतीय दिवस के सफल आयोजन के लिए शनिवार को नई दिल्ली में केंद्र और राज्य सरकार के बीच एमओयू साइन किया गया।
फिल्म की लांचिंग भी हुई : एमओयू साइन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मौजूदगी में प्रवासी भारतीय दिवस की वेबसाइट और एक शॉर्ट फिल्म की लांचिंग भी हुई। उल्लेखनीय है कि इस अहम आयोजन के लिए केंद्र सरकार ने यूपी को स्टेट पार्टनर के रूप में चुना जिसके बाद इसे वाराणसी में आयोजित करने का निर्णय लिया गया। सीएम ने इस अवसर पर कहा कि युवा प्रवासी भारतीय दिवस का आगाज आगामी 21 जनवरी को होगा, जिसमें 35 साल से कम आयु के प्रवासी भारतीय शिरकत करेंगे।
प्रवासी कार्यक्रम का भी आयोजन
इस दौरान विभिन्न संगोष्ठियों का आयोजन भी किया जाएगा। प्रवासी भारतीयों के सुझाव निवेश और अन्य साझेदारी को केंद्र और राज्य सरकार अपनी नीतियों में समाहित करेगी। इसी दिन उत्तर प्रदेश प्रवासी कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। इस दौरान वाराणसी के सभी घाटों में भारतीय संस्कृति की छटा देखने को मिलेगी, साथ ही वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट प्रदर्शनी में यूपी के विशिष्ट उत्पाद भी देखने को मिलेंगे।
वाराणसी के नागरिक अपने घरों में भी
वहीं 23 जनवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 30 प्रवासी भारतीयों को सम्मानित भी करेंगे। तत्पश्चात 24 जनवरी को सड़क मार्ग द्वारा विशेष बसों के जरिए उनको प्रयागराज ले जाया जाएगा जहां स्विस टेंट में रुककर वे कुंभ का दर्शन भी करेंगे। इलाहाबाद की तर्ज पर ही वाराणसी में भी प्रवासी भारतीय ग्राम बनाया जाएगा, जिसमें लग्जरी स्विस टेंट होंगे। वहीं वाराणसी के नागरिक अपने घरों में भी उन्हें अतिथि के रूप में टिका सकेंगे। कुंभ के अलावा उन्हें रामायण सर्किट भी दिखाने का प्रबंध किया जा रहा है। सरस्वती कूप के दर्शन के लिए भारत सरकार ने अनुमति दे दी है। वे अक्षयवट के दर्शन भी कर सकेंगे। इसके बाद 25 जनवरी को विशेष ट्रेन के जरिए प्रवासी भारतीयों को दिल्ली पहुंचाया जाएगा जहां वे गणतंत्र दिवस की परेड का नजारा ले सकेंगे।