भारत और अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों से बढ़ते तनाव के बीच पड़ोसी देश चीन तेजी से परमाणु बम बना रहा है. साल 2030 तक चीन की योजना अपने पास कुल एक हजार परमाणु हथियार रखने की है. अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन की तरफ से यह दावा किया गया है. पेंटागन ने अमेरिकी कांग्रेस (संसद) में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की है. इस रिपोर्ट में कहा गया कि ड्रैगन नई इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) बना रहा है, जिससे उनकी न्यूक्लियर केपेबल मिसाइल फोर्स काफी बढ़ जाएगी.
पेंटागन की तरफ से कहा गया, “पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना नए आईसीबीएम विकसित कर रहा है, जो इसकी परमाणु-सक्षम मिसाइल बलों में काफी सुधार करेगा और आंशिक रूप से मल्टी इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल (MIRV) क्षमताओं के कारण वो ऐसा करेगा. इसके लिए उसे परमाणु हथियार उत्पादन में वृद्धि की आवश्यकता होगी.”
सबसे हालिया अध्ययन के मुताबिक चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पास इस वक्त 500 परमाणु बम हैं, जिसका विस्तार कर वो साल 2030 तक इसे एक हजार तक पहुंचान चाहता है. साल 2021 में चीन के पास 400 परमाणु बम होने का आकलन किया गया था. चीन अब तक यह कहता रहा है कि वो किसी भी देश पर पहले परमाणु बम का इस्तेमाल नहीं करेगा.
चीन पारंपरिक रूप से इंटरकॉन्टिनेंटल रेंज मिसाइल प्रणाली के निर्माण की संभावना तलाश रहा है. यदि चीन ऐसा करने में कामयाब हो जाता है तो वो अमेरिका के हवाई और अलास्का को आसानी से निशाना बना पाएगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने संभवतः 2022 में अपने तीन नए ठोस-प्रणोदक साइलो क्षेत्रों का निर्माण पूरा कर लिया है, जिसमें कम से कम 300 नए आईसीबीएम साइलो शामिल हैं.