Breaking News

शून्य से पांच वर्ष के बच्चों के लिए वजन सप्ताह का आयोजन

औरैया। पोषण में सुधार और कुपोषण की सही समय से पहचान व प्रबंधन पोषण अभियान के लिए अतिआवश्यक है, इसी के तहत 17 से 24 जून के मध्य सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर शून्य से पांच वर्ष के बच्चों के लिए वजन सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को ग्राम पंचायत औतों में आंगनवाड़ी सुमन चतुर्वेदी और सहायिका माधुरी देवी द्वारा वजन सप्ताह का शुभारंभ किया गया जिसमें लगभग 30 बच्चों का वजन किया जिसमें पीली श्रेणी में चार और एक बच्चा लाल श्रेणी में आया। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों का वजन कोविड-19 नियमों को ध्यान में रखते हुए किया गया।

जिला कार्यक्रम अधिकारी शरद अवस्थी ने बताया कि जनपद में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कुल 1789 आंगनवाड़ी केंद्र है, सभी केंद्रों पर वजन सप्ताह 24 जून तक मनाया जाएगा। इसमें वजन, लंबाई, ऊंचाई लेते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा शून्य से पांच वर्ष के बच्चों की सूचना एकत्रित की जाएगी। उन्होंने बताया कि कुपोषण से ग्रस्ति बच्चों में बाल्यवस्था की बीमारियां व उनसे होने वाली मृत्यु का खतरा अधिक बढ़ जाता है। कुपोषण की सबसे गंभीर श्रेणी में सैम, मैम व गंभीर अल्प वजन के बच्चे आते हैं। गंभीर अल्प वजन बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें चिकित्सा उपचार, परामर्श और गृह आधारित देखभाल के माध्यम से स्वस्थ व पोषित बनाना बाल विकास एवं पुष्टाहार व स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग का संयुक्त प्रयास है।

आंगनवाड़ी सुमन चतुर्वेदी ने बच्चों के साथ आये माता-पिता को सही पोषण के बारे जानकारी देते हुए बताया कि पहले एक हजार दिनों में बच्चे का शारीरिक एवं मानसिक विकास तेजी से होता है, जिसमें गर्भावस्था की अवधि से लेकर और बच्चे के जन्म से दो साल तक की उम्र की अवधि शामिल है। इस समय माँ और बच्चे को खास देखभाल की जरूरत होती है। आमजन में इसके लिए जागरुकता आना सबसे महतवपूर्ण है।

चिन्हांकन के बाद चलेगा अभियान :- बच्चों के चिन्हांकन के बाद सभी जिलों में कुपोषण की रोकथाम के लिए विशेष अभियान “संभव-पोषण संवर्धन की ओर एक कदम” एक जुलाई से दो अक्टूबर के बीच चलाया जाएगा। वजन सप्ताह में चिन्हित किए सैम-मैम, गंभीर अल्प वजन बच्चों के लिए सघन सामुदायिक गतिविधियां जैसे-साप्ताहिक गृह भ्रमण, स्वास्थ्य जांच, चिकित्सा उपचार आदि आयोजित की जाएंगी। तीन माह के अभियान का मुख्य उद्देश्य सैम-मैम गंभीर अल्प वजन बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार लाना है। सितम्बर माह में 20 से 25 के मध्य पुन: वजन सप्ताह का आयोजन करते हुए प्रगति का निर्धारण किया जाएगा।

अभियान के अंतर्गत माहवार थीम :- जुलाई 2021 में मातृ पोषण, अगस्त में जीवन के पहले हजार दिवस व सितंबर 2021 में सैम/मैम का उपचार पोषण माह के साथ साथ आयोजित करते हुए।

बताया कि पोषण स्तर में सुधार व कुपोषण की सही पहचान व प्रबंधन पोषण अभियान के अंतर्गत जून महीने में वजन सप्ताह व जुलाई से अक्टूबर के मध्य संभव अभियान चलेगा। इसके लिए जिला स्तर पर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर 

About Samar Saleel

Check Also

शाहजहांपुर के मिर्जापुर में उमड़ी किसानों की भीड़, पुलिस ने कराया वितरण

शाहजहांपुर के मिर्जापुर स्थित साधन सहकारी समिति में गुरुवार को सुबह से ही खाद का ...