मध्यप्रदेश में ऑटो रिक्शा चालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. लॉक डाउन को 40 दिनों से ज्यादा हो चुका है. ऐसे में प्रदेश भर में एक लाख से ज्यादा ऑटो रिक्शा के पहिए थमे हुए हैं. ऑटो चालकों ने दिल्ली की तर्ज पर मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) से आर्थिक मदद देने की अपील की है. दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल ऑटो रिक्शा चालकों की मदद करते हुए उनके खातों में 5-5 हजार रुपए डालने की बात कही है. राजधानी भोपाल में 20,000 से ज्यादा ऑटो रिक्शा है.
लॉक डाउन की वजह से ऑटो रिक्शा नहीं चलने से ड्राइवरों के परिवार के सामने खाने के लाले पड़े हुए हैं. शासन की तरफ से उनके लिए अलग से ना ही कोई व्यवस्था और ना ही किसी तरह की मदद की गई है. अमूमन यह ऑटो चालक रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के साथ अन्य सार्वजनिक स्थानों पर खड़े मिलते हैं, लेकिन लॉक डॉन की वजह से इनके वाहनों के पहिए जैसे थम से गए हैं और उसी के साथ इनकी ज़िंदगी की गाड़ी भी रुक गई है. एक ऑटो रिक्शा चालक ने बताया कि उनके घर में पिछले 15 दिनों से खाने में कटौती जारी है.
मध्य प्रदेश ऑटो रिक्शा चालक संघ के संगठन मंत्री नईम खान ने बताया कि सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली में ऑटो रिक्शा चालकों की मदद करते हुए उनके खातों में 5-5 हजार रुपए की आर्थिक सहायता डाल रहे हैं. उन्होंने मांग की है कि मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान आगे आकर सभी ऑटो रिक्शा चालकों की मदद करें. उनकी अपील सुनें, क्योंकि ऑटो रिक्शा नहीं चलने की वजह से चालकों के परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. उन्होंने मांग की है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान दिल्ली की तर्ज पर मध्य प्रदेश के ऑटो रिक्शा चालकों की आर्थिक मदद करें.