दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को यातायात के लिए खोल दिया गया है। इससे दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद के अंदर वाहनों का दबाव कम होगा। वहीं, ईस्टर्न पेरिफेरल और यमुना एक्सप्रेसवे को भी जोड़ने की तैयारी चल रही है, जिससे लोगों को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का पूरा लाभ मिल जाएगा।
दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए ग्रेटर नोएडा की सीमा में इंटरचेंज बनाया जाना है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारी लगातार इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं ,लेकिन कोई रास्ता नहीं निकल रहा है। लंबे समय से यूपी सरकार, यमुना विकास प्राधिकरण और एनएचएआई अधिकारियों के बीच वार्ता हो रही है। यहां तक पूर्व में यूपी के मुख्य सचिव को भी पत्र लिखा जा चुका है। अब मंत्रालय चाहता है कि तेजी से प्रोजेक्ट पर काम होगा। उसने यूपी सरकार से यह भी पूछा कि अगर कहीं पर कोई दिक्कत है तो उसको लेकर भी स्थिति स्पष्ट करें, जिससे कि इंटरचेंज तेजी से बनाया जा सके।
आगरा की तरफ से आने-जाने वाले वाहन ग्रेटर नोएडा से ईस्टर्न पेरिफेरल पकड़कर वेस्टर्न पेरिफेरल के रास्ते सीधे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर जा सकेंगे। इसको लेकर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) और सड़क परिवहन मंत्रालय ने यूपी सरकार को पत्र लिखकर कहा कि दिल्ली और उससे सटे नोएडा के अंदर वाहनों का दबाव कम करने के लिए दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए लूप को तत्काल बनाए जाने की आवश्यकता है।