हैदराबाद: तेलंगाना विधान परिषद में मंगलवार को भारत राष्ट्र पार्टी (बीआरएस) ने प्रदर्शन किया। उन्होंने गिरफ्तार लागचेरला किसानों के लिए न्याय की मांग की। के. कविता समेत विधान परिषद के बीआरएस सदस्यों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। उन्होंने काले कपड़े पहने हाथों में हथकड़ी लगाई और गिरफ्तार लागचेरला किसानों के लिए न्याय की मांग करने लगे। इससे पहले सोमवार को केटी रामा राव और हरिश राव समेत बीआरएस के विधायकों ने लागचेरला गांव के किसानों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए विधानसभा परिसर में तख्तियों और नारों के साथ प्रदर्शन किया।
बीआरएस नेता ने की तेलंगाना सरकार की निंदा
बीआरएस के कार्यकारी अधयक्ष केटी रामा राव ने 40 किसानों को जेल में डालने के लिए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की सरकार की निंदा की। उन्होंने सभी किसानों की तुरंत रिहाई और उनके ऊपर लगे आरोपों को वापस लेने की अपील की। बीआरएस नेता ने कहा, “हो क्या रहा है। पिछले 40 दिनों में 40 किसानों में जेल में डाल दिया गया है, क्योंकि मुख्यमंत्री के अहंकार को चोट पहुंची है। हम मांग कर रहे हैं कि किसानों पर लगे आरोप हटा लिए जाए और उन्हें रिहा कर दिया जाए। उन्होंने आगे कहा, मैं सीएम को बताना चाहता हूं कि जब किसानों को जेल भेजा गया है, इससे महत्वपूर्ण पर्यटन नहीं हो सकता है।”
कांग्रेस का पलटवार
केटी रामा राव के बयान के जवाब में टीपीसीसी प्रमुख और कांग्रेस एमएलसी महेश कुमार गौड़ ने बीआरएस नेताओं की आलोचना की। उन्होंने कहा कि बीआरएस पार्टी ने पिछले 10 वर्षों में राज्य के बुनियादी ढांचे को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा, “लागचेरला फार्मा शहर एक बंद अध्याय है। सीएम वहां औद्योगिक इंफ्रास्ट्रचर सेंटर स्थापित करने के निर्देश पहले ही दे चुके हैं। कोडंगल एक पिछड़ा निर्वाचन क्षेत्र है, जिसका प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री करते हैं। वहां कुछ विकास गतिविधियां होने वाली है। पिछले 10 वर्षों में बीआरएस पार्टी और उनकी सरकार किसी भी बुनियादी ढांचे का उत्थान नहीं कर सकी। उन्होंने राज्य को बर्बाद कर दिया है। उन्हें आने वाले विकास को लेकर कुछ भी कहने का कोई अधिकार नहीं है।”