• सावन के प्रत्येक सोमवार को अपने विभिन्न स्वरूपों में दर्शन भक्तों को दे रहे आशुतोष
• श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के निर्माण के बाद पहला सावन है जब भक्तों को बाबा के 8 स्वरूपों का हो रहा दर्शन
वाराणसी। श्रावण महीने के अधिमास के पांचवें सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा का तपस्यारत पार्वती स्वरूप में शृंगार हुआ और भक्त देवाधिदेव महादेव के तपस्यारत पार्वती स्वरूप का दर्शन किये। आशुतोष भगवान शिव सावन के प्रत्येक सोमवार को अपने विभिन्न स्वरूपों में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के निर्माण के बाद पहला सावन है जब भक्तों को बाबा के 8 स्वरूपों का दर्शन हो रहा है और श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हो रही है।
भगवान शंकर के अति प्रिय माह सावन दो माह होने के कारण भक्तों को बाबा के आठ स्वरूपों का दर्शन होगा। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में पिछले 4 सोमवार को बाबा विश्वनाथ की चल प्रतिमा, गौरी शंकर स्वरूप, अमृत वर्षा स्वरूप, भागीरथी स्वरूप का शृंगार हुआ और दर्शनार्थियों ने बाबा के विभिन्न स्वरूपों का दर्शन लाभ प्राप्त किया।
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अब सावन के पांचवें सोमवार को बाबा के तपस्यारत पार्वती स्वरूप का भव्य शृंगार हुआ और श्रद्धालु नीलकंठ के इसी स्वरूप का दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
काशी में एक वर्ष में 10 करोड़ पर्यटकों की आमद में नव्य भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम की अहम भूमिक है। जिसमें सावन और महाशिवरात्रि में शिव भक्तों की अधिक संख्या होती है। इसके साथ ही काशी के चदुर्दिक विकास ने भी पर्यटकों को आकर्षित किया है। बनारस की मूलभूत सुविधाएं, अच्छी कनेक्टिविटी, स्वछता, पार्किंग की उपयुक्त जगह, सड़कों का चौड़ीकरण आदि है।
रिपोर्ट-संजय गुप्ता