- लू व हीट वेब से बचने के लिए दोपर 12 बजे से 3 बजे तक कड़ी घूप में बाहर न निकलें
रायबरेली। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव (District Magistrate Mala Srivastava) ने बढ़ते हुए तापमान के दृष्टिगत जनपद वासियों से अपील की है कि लू व हीट वेव से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें। उन्होंने कहा कि कड़ी धूप में बाहर न निकले, खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के बीच और गरम हवा के स्थिति जानने के लिये रेडियो सुने, टीवी देखे, समाचार पत्र पर स्थानीय मौसम पूर्वानुमान की जानकारी लेते रहे। जितने बार हो सके पानी पिएं, प्यास न लगा हो तभी पानी पिएं ताकि शरीर में पानी की कमी से होने वाली बीमारी से बचा जा सके।
उन्होंने कहा कि हल्के रंग के ढीले वाले सूती वस्त्र पहने ताकि शरीर तक हवा पहुंचे और पसीने को सोख कर शरीर को ठंडा रखे। धूप में बाहर जाने से बचे, अगर बहुत जरूरी हो तो गमछा, चश्में, छाता, टोपी एवं जूते या चप्पल पहनकर ही घर से बाहर निकले। शराब, चाय, कॉफी जैसे पेय पदार्थों का इस्तेमाल न करें यह शरीर को निर्जलित कर सकते है। यात्रा करते समय अपने साथ बोतल में पानी जरूर रखें। गीले कपड़े को अपने चेहरे, सिर और गर्दन पर रखें।
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जिलाधिकारी ने कहा कि गर्मी के दिनों में ओआरएस का घोल पिये। अन्य घरेलू पेय जैसे नींबू पानी, कच्चे आम का बना लस्सी आदि का प्रयोग करें, जिससे शरीर में पानी की कमी न हो। तबीयत ठीक न लगे, तो गर्मी से उत्पन्न होने वाले विकारों, बीमारियों को पहचाने। तकलीफ होने पर तुरन्त चिकित्सकीय परामर्श ले। जानवरों को छायादार स्थान में रखें, उन्हे पीने के लिये पर्याप्त मात्रा में पानी दें। अपने घर को ठंडा रखें, घर को पर्दे से ढक कर या पेन्ट लगाकर 3-4 डिग्री तक ठंडा रखा जा सकता है। रात में अपने घरो की खिड़कियो को अवश्य खुली रखें। कार्यस्थल पर पानी की समुचित व्यवस्था रखें। फैन, ढीले कपड़े का उपयोग करें। ठंडे पानी से बार-बार नहाएं।
जिलाधिकारी ने लू व हीट वेव से बचने के लिए जनमानस से अपील करते हुए कहा है कि धूप में खड़े वाहने में बच्चे एवं पालतू जानवरों को न छोड़े। खिड़की की रिफलेक्अर जैसे एल्युमुनियम पन्नी गत्ते इत्यादि से ढककर रखे ताकि बाहर की गर्मी का अन्दर आने से रोका जा सके। उन खिड़कियों दरवाजे पर जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाएँ आती है, काले कपड़े,पर्दे लगाकर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण,स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहें। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें।
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उन्होंने कहा कि जहां तक संभव हो घर में ही रहे सूर्य के संपर्क से बचें। सूर्य के तापमान से बचने के लिए जहाँ तक संभव हो घर की निचली मंजिल में ही रहे सबसे ऊपरी मंजिल में कदापि न रहें, ताप के प्रभाव से लू (हीट-वेव) Lu (heat-wave) का शिकार होने की सम्भावना प्रायः बनी रहती है। संतुलित हल्का व नियमित भोजन करें। दिन के 11 बजे से 3 बजे के बीच बाहर न निकले। गहरे रंग के भारी एवं तंग वस्त्र पहनने से बचें। खाना बनातें समय कमरे के खिड़की एवं दरवाजे खुले रखे, जिससे हवा का आना जाना बना रहे।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा