Kushinagar,((मुन्ना राय)। फाजिलनगर के लवकुश पश्चिमपट्टी पांडेय टोला में चल रही श्रीराम कथा (Shri Ram Katha) के आठवें दिन मानस कोकिला पंडित विजय लक्ष्मी शुक्ला ने भगवान श्रीराम के वनवास प्रसंग का अत्यंत भावपूर्ण व मार्मिक वर्णन किया। उन्होंने कहा कि वनवास श्रीराम के लिए एक दंड नहीं, बल्कि धर्म की स्थापना और लोकहित के लिए उठाया गया एक कदम था। इस प्रसंग में कौशल्या, सुमित्रा, भरत और लक्ष्मण के भावनात्मक संवादों ने श्रोताओं की आंखों को नम कर दिया।
पंडित विजय लक्ष्मी शुक्ला (Pandit Vijay Laxmi Shukla) ने कहा कि श्रीराम का वनगमन केवल एक राजकुमार का वन जाना नहीं था, बल्कि यह एक राजधर्म, मातृ-पितृ भक्ति और वचन पालन की पराकाष्ठा थी। भरत का त्याग, लक्ष्मण की सेवा भावना और माता कौशल्या का विषाद आज भी हमें मर्यादा, सेवा और संयम का संदेश देता है। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय (Durgesh Rai) ने मानस पूजन एवं आरती की। उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा है। ऐसे आयोजनों से समाज में एकता और नैतिकता का भाव जागृत होता है।
वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्र प्रकाश यादव चमन, समाजसेवी प्रणय उर्फ हैप्पी शुक्ला, नन्द किशोर पाण्डेय, मुकुल तिवारी, अखिलेश शुक्ला, राजेश दुबे, भाजपा नेता राणा प्रताप मिश्र, सिद्धेश्वर मिश्र, अरविन्द पाण्डेय, चन्द्रशेखर पाण्डेय, डॉ विकेश मिश्र, अभय मिश्र, कृष्ण शंकर मिश्र, धीरज मिश्र, मन्नी मिश्र, रमाशंकर मिश्र, नन्हे पाण्डेय, सोनू पाण्डेय, वेदव्यास पाण्डेय, डॉ ज्ञान प्रकाश पाण्डेय, वीरेंद्र पाण्डेय, विनोद शर्मा सहित श्रद्धालु उपस्थित रहे।