लखनऊ। आज उत्तर प्रदेश पर्यावरण के दृष्टिकोण से प्रदूषित प्रदेशों में दुनिया के 9 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में तीन उत्तर प्रदेश के शहर हैं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ सबसे अधिक प्रदूषित है और यहां सांस लेना तक दूभर हो रहा है।
वृक्षारोपण का ढिंढोरा पीटा गया
रालोद नेता सुनिल सिंह कहा कि योगी सरकार बनने के बाद से करोड़ों रूपये की लगत से वृक्षारोपण का ढिंढोरा पीटा गया लेकिन लगता है सब महज कागजों पर काबिज हैं। अरबों रुपए खर्च करने के बाद प्रदेश की नदियां प्रदूषित हैं और उनका जल निश प्रयोजन है।
केंद्र सरकार की जनहितकारी घोषणाओं में पर्यावरण ही गायब
लोग विपरीत पर्यावरण में जीवन बिताने के लिए मजबूर है। प्रदेशवासी प्रदूषण से उत्पन्न होने वाली संक्रमित बीमारियों से जूझ रहे है। जबकि केंद्र सरकार की जनहितकारी घोषणाओं में पर्यावरण ही गायब है।
भाजपा की सरकार महज चुनावी लाभ लेने के लिए
अब जब लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है,ऐसे में योगी सरकार का ध्यान इस ओर गया है। जिसके लिए अलग से पर्यावरण विभाग खोलने की घोषणा की गयी। यह दर्शाता है कि भाजपा की सरकार महज चुनावी लाभ लेने के लिए लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है,जिसका उन्हें कोई फायदा मिलने वाला नहीं है।