प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नेगोरेगांव के पात्रा चॉल में 1034 करोड़ रुपये के फ्लोर स्पेस इंडेक्स (एफएसआई) धोखाधड़ी की जांच के सिलसिले में शिवसेना सांसद संजय राउत और उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाले अलीबाग में आठ भूखंड और मुंबई के दादर में एक फ्लैट अस्थायी रूप से संलग्न किया है.
ईडी ने इस साल 2 फरवरी को व्यवसायी प्रवीण राउत को गिरफ्तार किया था, जो संजय राउत के करीबी माने जाते हैं. एजेंसी ने एक अप्रैल को प्रवीण के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.
प्रवीण गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के डायरेक्टर हैं. ईडी की चार्जशीट में एचडीआईएल के प्रवीण, सारंग वधावन और राकेश वधावन के साथ-साथ गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी बनाया गया है. वधावन भी फिलहाल गिरफ्तार हैं.
एचडीआईएल पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक में 4,300 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के संबंध में कई जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में है. एक अन्य मामले में, ईडी ने पहले पाया था कि प्रवीण राउत ने पीएमसी बैंक के माध्यम से एचडीआईएल द्वारा लिए गए ऋणों से 95 करोड़ रुपये की हेराफेरी की थी.
इस 1.6 करोड़ रुपये में से, माधुरी ने लगभग 55 करोड़ रुपये वर्षा को ब्याज मुक्त ऋण के रूप में हस्तांतरित किए. इस पैसे को वर्षा ने दादर में एक फ्लैट खरीदने के लिए निवेश किया था.