वाराणसी। देश के लगभग एक लाख बिजली Engineers इंजीनियर इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2014 एवं केंद्र व राज्य स्तर पर चल रही निजीकरण की कार्रवाई के विरोध में दिसंबर में दो दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल करेंगे। यह ऐलान ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय सम्मलेन में किया गया। फेडरेशन ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2014 को पहले पारित कराने की कोशिश हुई तो बिना और कोई नोटिस दिए देश भर के बिजली इंजीनियर लाइटनिंग हड़ताल पर चले जाएंगे।
Engineers फेडरेशन राष्ट्रीय सम्मलेन में
हैदराबाद में हुए Engineers इंजीनियर्स फेडरेशन राष्ट्रीय सम्मलेन से लौटने के बाद फेडरेशन के चेयरमैन शैलेंद्र दुबे ने बताया कि बिजली के क्षेत्र में कार्य कर रहे कर्मचारियों के सभी राष्ट्रीय महासंघों से विचार विमर्श कर दिसंबर में प्रस्तावित हड़ताल की तारीख अगले माह घोषित कर दी जाएगी।
दुबे ने कहा कि इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट) बिल के जनविरोधी प्रतिगामी प्राविधानों का ऑल इण्डिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन प्रारम्भ से ही विरोध करता रहा है और इस संबंघ में केंद्र सरकार को लिखित तौर पर कई बार दिया जा चुका है। पूर्व केंद्रीय विद्युत् मंत्री बिल के कई प्राविधानों में बदलाव करने या उन्हें हटाने पर सहमत हो गए थे लेकिन इस संबंध में आज तक कोई संशोधित ड्राफ्ट जारी नहीं किया गया। ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन ने राष्ट्रीय सम्मलेन में दिसंबर की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के निर्णय के साथ ही यह भी चेतावनी दी है कि यदि इसके पहले बिल पारित कराने की कोशिश की गयी तो उसी दिन विरोध स्वरुप देश भर के बिजली इंजीनियर लाइटनिंग हड़ताल करेंगे।