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ऊंची उड़ानः टीएमयू बनेगा इसरो का नोडल सेंटर

मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी (टीएमयू) ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो (ISRO) के संग मिलकर एक ऊंची उड़ान भरी है। गर्व की बात यह है, इसरो ने टीएमयू को अपना नोडल सेंटर बनाने की सहमति जता दी है। इसरो के स्टार्ट प्रोग्राम के तहत इस नोडल सेंटर में यूजी और पीजी स्टुडेंट्स को प्रशिक्षित किया जाएगा। बशर्ते यूजी के फाइनल ईयर के स्टुडेंट्स पात्र होंगे। नोडल सेंटर के जरिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए संभावनाओं के द्वार खुलेंगे।

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इस प्रोग्राम के तहत वैज्ञानिकों को स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नवीनतम एवम् उत्कृष्ट तकनीकों के अध्ययन के संग-संग रिसर्च करने का स्वर्णिम अवसर मिलेगा। टीएमयू के कुलाधिपति सुरेश जैन, जीवीसी मनीष जैन और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अक्षत जैन ने इसरो की इस हरी झंडी को यूनिवर्सिटी के लिए बड़ा दिन बताते हुए कहा, इसरो के इस स्टार्ट प्रोग्राम के संग टीएमयू की साझेदारी नया इतिहास लिखेगी। एग्जिक्यूटिव डायरेक्टरअक्षत जैन ने कहा, हम अपने स्टुडेंट्स को ज्ञान-विज्ञान के संग-संग प्रौद्योगिकी के नए क्षेत्रों में प्रशिक्षित करने के प्रति संकल्पित हैं। टीएमयू की ओर से सीसीएसआईटी के प्रिंसिपल प्रो आरके द्विवेदी सेंटर को-ऑर्डिनेटर बनाए गए हैं।

ऊंची उड़ानः टीएमयू बनेगा इसरो का नोडल सेंटर

प्रो द्विवेदी ने बताया, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो के स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी अवेयरनेस ट्रेनिंग-स्टार्ट प्रोग्राम की ओर से ई-क्लासेज़ 15 अप्रैल से 08 मई तक चलेंगी। इस स्टार्ट प्रोग्राम से टीएमयू के बीटेक सीएस, बीटेक एआई, बीटेक डेटा साइंस, एमटेक सीएस, एमसीए, बीसीए, बीएससी ऑनर्स-सीएस, बीएससी एनिमेशन, बीसीए-मोबाइल एप्लीकेशन एंड वेब टेक्नोलॉजी, बीसीए-क्लाउड टेक्नोलॉजी एंड इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी आदि कोर्सेज़ के स्टुडेंट्स लाभांवित होंगे।

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उल्लेखनीय है, इसरो देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में स्टार्ट-2024 प्रोग्राम का शंखनाद करने जा रहा है। देशभर के फिजिकल साइंसेज़ और टेक्नोलॉजी के यूजी और पीजी कोर्स चलाने वाले संस्थान इसके पात्र होंगे। इसरो के इन मानकों की कसौटी पर तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद खरा उतरता है। स्टार्ट प्रोग्राम का मुख्य मकसद युवाओं को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र के प्रति आकर्षित करना है ताकि हम वैश्विक चुनौतियों का सामना कर सकें।

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इस प्रशिक्षिण के दौरान अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न मॉडयूल शामिल होंगे, जिसमें चयनित स्टुडेंट्स को बेसिक जानकारी दी जाएगी। इसरो ने विषयवार प्रशिक्षण की तीन श्रेणियां निर्धारित की हैं। टीएमयू के प्रशिक्षण की पात्रता प्रथम श्रेणी के दायरे में आती है। इस सघन प्रशिक्षण के दौरान भारतीय अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रमों एवम् अनुसंधान अवसरों को लेकर भी सत्र आयोजित किए जाएंगे। टीएमयू की ओर से हिना हाशमी को कोऑर्डिनेटर बनाया गया है।

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श्रीमती हिना ने यह जानकारी देते हुए बताया, इच्छुक स्टुडेंट्स 8 अप्रैल से 12 अप्रैल तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। स्टार्ट प्रोग्राम में चयन का आधार एप्टीटयूड के अलावा शैक्षणिक प्रदर्शन और मेरिट होगी। इसरो के मानक के अनुरूप टीएमयू में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं- स्मार्ट लेक्चर हॉल्स, वातानुकूलित ऑडिटोरियम, हाई स्पीड इंटरनेट आदि उपलब्ध हैं।

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