ताजपुर रोड स्थित स्थानीय केंद्रीय जेल में बीती रात चार खतरनाक कैदियों के फरार होने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार यह कैदी अलग-अलग संगीन मामलों का सामना कर रहे थे। ये चारों बीती रात दीवार फांदकर फरार हो गए। घटना का पता प्रातःकाल लगा जब कैदियों की संख्या हुई तो चार कैदी कम पाए गए, जिस कारण जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के अनुसार अलग -अलग मामलों में जेल में बंद उक्त 4 कैदी कंबल के सहारे पहले महिला जेल में कूदे और वहां से जेल कंपलैक्स में से होते हुए फरार हो गए। जेल आधिकारियों को इस घटना की सूचना कई घंटों के बाद मिली तो उनके हाथ-पैर फूल गए। जेल अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस इनकी तलाश में जुटी हुई है।
इससे पहले कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते संकट को देखते पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस-कम-कानूनी सेवाएं अथॉरिटी पंजाब चेयमरैन आर.के. जैन के निर्देशों पर गठित समिति में अतिरिक्त सैशन जज मुनीष अरोड़ा ने सैंट्रल जेल, कुलभूषण कुमार ने ब्रोस्टल जेल व आब्जर्वेशन होम से मैजिस्ट्रेट किरण ज्योति ने कोर्ट में कैम्प लगाकर सैंट्रल जेल से 127, महिला जेल से 11 व ब्रोस्टल जेल से 17, आब्जर्वेशन होम से 1 कैदी को रिहा करने के आदेश जारी किए थे।
जिला कानूनी सेवाएं अथॉरिटी की सचिव-कम-चीफ ज्यूडीशियल मैजिस्ट्रेट प्रीति सुखीजा ने बताया कि जेलों में कैदियों की रिहाई के लिए प्रतिदिन अतिरिक्त सैशन जज द्वारा कोर्ट लगाई जाएगी जिसमें हाईकोर्ट के निर्देशानुसार अलग-अलग कैटागिरी के कैदियों के मामलों को देखकर कानूनी प्रक्रिया पूरी करके रिहा किया जाएगा।
लुधियाना की जेलों से प्रतिदिन वीडियो कान्फै्रंसिंग के माध्यम से कैदियों-हवालातियों की समस्याओं को भी सुना जाएगा। इसके अतिरिक्त किसी बंदी को नि:शुल्क कानूनी सहायता या मैडीकल सुविधा की आवश्यकता है तो वह भी शीघ्र उपलब्ध करवाई जाएगी। आज रिहा होने वाले कैदियों में 7 वर्ष की सजा वाले व अन्य मामलों के चलते जेलों बंद थे।