लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के वरिष्ठ नेता वसीम हैदर ने लखनऊ महानगर में फैली हुयी जहरीली हवाओं के प्रति चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा मीटिंग बुला लेने से ही वातावरण का प्रदूषण सुधरने वाला नहीं है। इसके लिए सरकार द्वारा ठोस कदम उठाने की आवश्यकता थी, जिसको नजरअंदाज कर दिया। लखनऊ में दीपावली के अवसर पर कागजी तौर पर सायंकाल 8 से 10 तक पटाखे जलाने की अनुमति थी, जबकि सारी रात पटाखे दगते रहे और पुलिस तथा प्रशासन कान बंद कर बैठे रहे।
श्री हैदर ने कहा कि वास्तव में अधिक धुआं देने वाले पटाखों पर ही प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता थी जिसमें प्रशासन फेल रहा। किसानों को पराली जलाने के नाम पर बदनाम किया जा रहा है जबकि प्रदूषण की दृष्टि से उद्योग धंधों की चिमनियों पर प्रतिबंध की आवश्ककता है जो वातावरण में केवल धुआं उगलती रहती है।
रालोद नेता ने कहा कि सरकार इधर-उधर तीर चलाना छोड़कर सही दिशा में कदम उठाये ताकि प्रदेश का कुछ कल्याण हो सके। केवल झूठी आकड़ेबाजी और भावनात्मक ब्लैकमेलिंग करने से न ही प्रदेश का वातावरण सही होगा और न ही किसी प्रकार के विकास की सम्भावना है।