बिधूना/औरैया। कोतवाली बिधूना क्षेत्र के गांव भिखरा में एक बाजरा के खेत में युवती के मिले सिर कटे शव की पहचान थाना कुदरकोट क्षेत्र के गांव छोटा पथरया निवासी अंजलि (25 वर्ष) पुत्री जयवीर सिंह के रूप में हुई है। युवती को नौकरी के बहाने फोन कर दिबियापुर निवासी उसकी सहेली दीक्षा ने 11 नवंबर को बुलाया था। तभी से अंजलि गायब थी। जिसके परिजनों ने शुक्रवार को थाना कुदरकोट में दीक्षा के विरुद्ध अपहरण करने का मुकदमा दर्ज कराया था।
मृतका के भरथना निवासी फूफा अखिलेश यादव ने पुलिस पर युवती को ढूंढने में लापरवाही का आरोप लगाने के साथ कुदरकोट के एक दरोगा पर मुकदमा दर्ज करने के नाम से 15 हजार रुपए लेने के अलावा भी और रूपए मांगने का भी आरोप लगाया है।
सुबह बाजरे के खेत में मिला था शव –
बता दें कि शनिवार की सुबह करीब 8:30 बजे बिधूना थाना क्षेत्र के गांव भिखरा के सड़क किनारे एक खेत में बाजरा काटते समय भिखरा निवासी मजदूर रामनाथ दोहरे व बीरेंद्र कठेरिया को दिखा था। जिसके बाद मजदूरों ने इस बात की जानकारी खेत के बटाईदार श्याम चन्द बाजपेई व खेत मालिक कृष्ण प्रताप सिंह के पुत्र सुनील सेंगर को दी थी। जिन्होंने कोतवाली बिधूना जाकर खेत में शव होने की जानकारी पुलिस को दी थी।
परिजनों ने की पहचान –
कोतवाली पुलिस सहित क्षेत्राधिकारी बिधूना भरत पासवान तत्काल मौके पर पहुंच गये थे। कुछ ही देर बाद पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर शंकर एवं फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। इसी बीच थाना कुदरकोट क्षेत्र के गांव छोटा पथरिया की पिछली 11 नवम्बर से गायब युवती के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने शव की पहचान अंजलि पुत्री जयवीर सिंह निवासी ग्राम छोटा पथरिया के रूप में की थी। जिसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया था।
11 नवम्बर की सुबह निकली थी घर से –
मृतका के फूफा अखिलेश यादव ने बताया कि उनकी भतीजी अंजलि को उसकी कस्बा दिबियापुर निवासी सहेली दीक्षा पुत्री अरविंद उर्फ कल्लन द्वारा नौकरी लगवाने के नाम पर बुलाया था, जिस पर वह 11 नवम्बर की सुबह 6 भरथना से इंटरसिटी ट्रेन से कानपुर के लिए निकली थी। बताया कि अंजलि की मां सरिता देवी ने 12-01 बजे के आसपास अंजलि को फोन किया तो उसने बताया कि दीक्षा मुझे मिल गयी और हम दोनों खाना खा रहे हैं। इसके बाद दोनों के फोन नम्बरों पर कई बार काल की, रिंग जाती रही पर अंजलि व दीक्षा किसी ने फोन नहीं उठाया।
दिबियापुर जाकर दीक्षा से बात की –
बताया कि जिसके बाद उन लोगों ने दिबियापुर में दीक्षा से सम्पर्क किया। तो दीक्षा ने बताया कि 11 नवंबर को अंजलि कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर मिली थी। इसके बाद से मुझे अंजलि के बारे में कोई जानकारी नहीं है। परन्तु दीक्षा कि छोटी बहन ने बताया कि अंजलि मुझे 11 नवंबर को शाम 6.30 बजे दिबियापुर में मिली थी। बताया कि इसके बाद हम लोग रिपोर्ट लिखाने थाना दिबियापुर गये जहां पर यह कहते हुए रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया कि मामला कुदरकोट क्षेत्र का है।
पुलिस पर लगाया आरोप –
इसके बाद हम लोग थाना कुदरकोट में दरोगा ज्ञानेंद्र सिंह के पास गये तो उन्होंने कहा कि एफआईआर लिखेंगे और डायरी पर नोट किया। जिसके बाद 13 नवम्बर की रात में हम लोग पुलिस को लेकर भिखरा गांव पहुंचे जहां रात करीब 9 बजे वहां पहुंचे और रात 01 बजे तक ढूंढा पर कोई सुराग नहीं मिला। बताया कि 12 तारीख को 9 बजे उसका फोन बंद हो गया।
बताया कि इसके बाद हम लोगों ने पूछताछ के लिए दीक्षा को उठाने की बात कही पर दरोगा ने कोई सुनवाई नहीं की। जिसके बाद हम लोग डीएम एसपी के पास गये वह नहीं मिले तो दूसरे अधिकारियों से शिकायत की। जिन्होंने दरोगा को फोन किया। दरोगा ने उनकी भी बात नहीं मानी और एफआईआर दर्ज नहीं। बताया कि हम लोग 15 नवंबर को फिर दवाब बनाया। तो दरोगा ज्ञानेंद्र ने एफआईआर लिखने के लिए 5 हजार रुपए लिए।
बताया कि इसके बाद भी दरोगा ने और पैसे की मांग की, न देने पर कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टा कहने लगे कि वह तो अजय नाम के लड़के से शादी कर रही है। मैंने कहा कि यह बात झूठ है, मेरी लड़की ऐसी नहीं है, पेपर पर लिख कर दूंगा, लेकिन वह नहीं माने। मदद को कहा और दीक्षा के नाम पर रिपोर्ट दर्ज करने को कहा और मटरू उर्फ हरगोविंद उस दीक्षा से मिलकर हत्या करा सकते हैं।
क्योंकि वह लड़का इस लड़की के पीछा पड़ा रहा था, उससे इस लड़की की हाथापाई भी हुई थी। फिर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। जब हम लोग फिर डीएम एसपी के पास गये, तब 15 नवंबर की शाम मुकदमा लिखा। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। कहा तुम लोग बेवकूफ हो, जाओ कहीं भी चले जाओ, क्या करो लोगे। मैं नहीं ढूंढूंगा। जिसके बाद सीओ बिधूना आये उन्होंने मदद का आश्वासन दिया।
बताया इसके बाद भी लड़की को नहीं ढूंढा। अंजलि आज मृत अवस्था में भिखरा गांव के एक बाजरे के खेत में मिली है। हम लोगों को थाने से कोई सूचना भी नहीं दी गयी। दूसरे गांव वालों ने बताया कि एक लड़की भिखरा गांव में मरी पड़ी है। तब लड़की के पिता जयवीर सिंह, बहनोई सुदीप यादव वहां गये और उसकी पहचान की।
मृतका की मां सरिता देवी, भाई व बहनों का रो-रोकर कर बुरा हाल हो रहा है। मृतका के एक भाई व चार बहनें थीं। जिसमें वह दूसरे नम्बर की थी।
रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन