लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन के बाद सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अब प्रदेश सरकार हिंसक प्रदर्शन के आरोपित लोगों की धरपकड़ में लगी है। इसी बीच बसपा की मुखिया मायावती ने प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की निंदा करने के साथ ही प्रदेश सरकार से निर्दोष लोगों को छोड़ने की मांग की है।
बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट किया है कि उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन के बाद कुछ निर्दोष लोग भी पुलिस की कार्रवाई की जद में आ गए हैं। इनको प्रदेश सरकार को छोड़ देना चाहिए। मायावती का कहना है कि बिजनौर में जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं, उनमें से निर्दोषों को छोड़ा जाना चाहिए।
2. किन्तु इस दौरान बिजनौर सहित कई ज़िलों में जो लोग मारे गये हैं, पार्टी इस दुःख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है तथा जो लोग गिरफ्तार किये गये हैं, उनकी सही जाँच-पड़ताल करके निर्दोषों को ज़रूर छोड़ा जाये। यह सरकार से माँग है व क़ानून भी यही कहता है।
— Mayawati (@Mayawati) December 23, 2019
मायावती ने ट्वीट किया कि जैसा कि विदित है कि बीएसपी हिंसक प्रदर्शन आदि के हमेशा विरूद्ध रही है। इसके बाद भी पिछले कई दिनों से देश के अधिकांश भागों में व खासकर उत्तर प्रदेश में जो सीएए तथा एनआरसी के विरोध में हिंसक घटनायें हुई हैं, यह अति-दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण हैं। इस दौरान बिजनौर सहित कई जिलों में जो लोग मारे गये हैं, पार्टी इस दुरूख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है तथा जो लोग गिरफ्तार किये गये हैं, उनकी सही जाँच-पड़ताल करके निर्दोषों को जरूर छोड़ा जाये। यह सरकार से माँग है व कानून भी यही कहता है। इसके अलावा मायावती ने लिखा, किंतु इस दौरान बिजनौर सहित कई जिलों में जो लोग मारे गए हैं, पार्टी इस दुरूख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है तथा जो लोग गिरफ्तार किये गये हैं, उनकी सही जांच-पड़ताल करके निर्दोषों को जरूर छोड़ा जाए। यह सरकार से मांग है व कानून भी यही कहता है।