भारत की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने एंड्रॉयड यूजर्स को एक बार फिर गंभीर जोखिम की चेतावनी दी है। यह चेतावनी खासतौर पर नए एंड्रॉयड 15 यूजर्स को टारगेट करती है। सरकारी साइबर सुरक्षा एजेंसी के अनुसार एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम में कई खामियां पाई गई हैं, जिनका इस्तेमाल हैकर्स कर सकते हैं। इन खामियों की मदद से हैकर्स डिवाइस पर अनधिकृत पहुंच, सिस्टम की अस्थिरता और यहां तक कि पूरी तरह से डिवाइस को भी रीसेट कर सकते हैं।
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प्रभावित एंड्रॉयड वर्जन
- एंड्रॉयड 12
- एंड्रॉयड 12L
- एंड्रॉयड 13
- एंड्रॉयड 14
- एंड्रॉयड 15
एंड्रॉयड में क्या हैं दिक्कतें
इन खामियों का स्रोत एंड्रॉयड इकोसिस्टम के विभिन्न पार्ट्स में पाया गया है। इनमें थर्ड-पार्टी विक्रेताओं जैसे Imagination Technologies, MediaTek, और Qualcomm द्वारा तैयार किए गए पार्ट्स शामिल हैं। इन खामियों से ओपन-सोर्स और प्रोप्रायटरी दोनों प्रकार के सॉफ्टवेयर प्रभावित हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो जाती है।
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हैकर्स द्वारा इन खामियों का दुरुपयोग कैसे किया जा सकता है?
- डेटा चोरी: हमलावर डिवाइस में संग्रहित व्यक्तिगत या कॉर्पोरेट डेटा तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त कर सकते हैं।
- सिस्टम अस्थिरता: इन खामियों के दुरुपयोग से डिवाइस बार-बार क्रैश हो सकता है।
- डिनायल ऑफ सर्विस (DoS) अटैक: डिवाइस को निष्क्रिय करने के लिए हैकर्स DoS स्थिति उत्पन्न कर सकते हैं।