केरल सरकार ने बीड़ी मजदूरों के पुनर्वास(Rehabilitation) के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस पहल में सरकार मजदूरों के पुनर्वास में 20 करोड़ रुपये की राशि द्वारा एक नई पहल के तहत मुर्गीपालन उद्योग, सिलाई केंद्र, मोबाइल रिचार्ज शॉप, फैंसी शॉप जैसे क्षेत्रों में उनके लिए काम की शुरुआत कर रही है।
केरल बीड़ी व सिगरेट श्रमिक कल्याण निधि बोर्ड द्वारा करेगी Rehabilitation
सरकार ने बीड़ी कामगारों का बेहतर ढंग से पुनर्वास करने के लिए 20 करोड़ रुपये का बजट तय किया है। यह बजट केरल बीड़ी व सिगरेट श्रमिक कल्याण निधि बोर्ड द्वारा खर्च किया जाएगा।
बीड़ी मजदूरों के बेहतर पुनर्वास के लिए केरल के श्रम मंत्री टी. पी. रामकृष्णनन और मजदूर यूनियन के नेताओं के बीच लंबे समय से बातचीत हो रही थी।
ऐसे में अब इस नई योजना के मुताबिक पहले चरण में बीड़ी कार्यकर्ताओं के लिए 3,970 नई नौकरियां तैयार की जाएंगी। इसके बाद जो बीड़ी मजदूर नया उद्यम शुरू करना चाहते हैं उसमें उद्यम की कुल लागत का 80 प्रतिशत हिस्सा कल्याण निधि बोर्ड द्वारा उठाया जाएगा।
बच्चों के लिए भी चल रही हैं योजनाएं
इस स्कीम के तहत बीड़ी श्रमिकों के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए 300 लैपटॉप भी देने की भी योजना है। वहीं उच्च विद्यालय में पढ़ने वाले 300 विद्यार्थियों को साइकिल दिए जाने का प्रावधान रखा गया है। 50 दिव्यांग विद्यार्थियों को ट्राईसाइकिल भी दी जाएगी।
यह फैसला राज्य के बीड़ी मजदूरों के हित में लिया गया है। मजदूरों के पास अन्य छोटे उद्यमों को शुरू करने के लिए भी आर्थिक संकट हैं। ऐसे में अब केरल बीड़ी व सिगरेट श्रमिक कल्याण निधि बोर्ड इस राशि से उनके जीवन को बेहतर बनाएगा।
इस योजना के तहत मजदूरों को मुर्गीपालन उद्योग, सिलाई केंद्र, मोबाइल रिचार्ज शॉप, फैंसी शॉप जैसे दूसरे क्षेत्रों में अच्छे से काम करवाए जायेंगे।