अवैध कब्जेदारों में ग्राम की सुरक्षा और development की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर सौंपी गई है। वही विकास के पैसे की लूटखोरी कर रास्तें में दीवार खड़ी करके जबरन पूरे गांव का रास्ता बंद करके घर के आस पास रास्ता और परती पर कब्जा करने में लगे हैं। दरअसल मामला बाराबंकी जिले के नवाबगंज तहसील के ग्राम छतेना गढ़ी के दबंगों और भ्रष्टाचारियों की मिलीभगत से की जा रही सरकारी संपत्ति की लूट और लोगों को नुकसान करने से जुड़ा है। जिसकी शिकायत शनिवार को बाराबंकी डीएम उदयभान त्रिपाठी के सीयूजी नंबर पर फोन करके सूचना दी गई। इसके साथ एसडीएम नवाबगंज को भी इसकी जानकारी दी गई। जिस पर एसडीएम नवाबगंज ने मौके पर जांच के लिए लेखपाल को भेजा था। लेखपाल साहब उनसे दस कदम आगे निकलते हुए कब्जेदारों से ही साठगांठ कर वापस चले आये।
- लेकिन आस पास के रहने वाले मुंह ताकते रह गये जो रास्ते की बाट जोह रहे थे।
- इसके बाद दूसरे दिन फिर से निर्माण के लिए एक के बजाय कई आदमी लगाकर काम धड़ल्ले से चल रहा है।
- आखिर इस निर्माण पर रोक के साथ रास्ता खुलने के लिए ग्रामीण योगी सरकार से उम्मीद लगाये हुए हैं।
development, दबंगों के खिलाफ शिकायत की नहीं किसी में हिम्मत
ग्राम प्रधान प्रतिनिधियों उत्तम वर्मा, प्रदीप वर्मा और राजू वर्मा की दबंगई के आगे ग्रामीणों की हिम्मत नहीं है कि कोई जाकर शिकायत कर सके। उनका डायलाग है कि अगर किसी ने मेरे खिलाफ शिकायत देने की हिम्मत की तो जान से मार देंगे या मरवा देंगे। ऐसे में किसी की हिम्मत नहीं हुई कि कोई सामने आकर शिकायत करे।
- दबंगों का मकान जिस जमीन के नक्शे पर बना है उसके रकबे से लगभग कई बीघे बढ़कर कब्जा कर लिया गया।
- गांव के बाहर तालाब की ओर जाने वाले लगभग 10 से 12 फुट चौड़े रास्ते को बंद कर दिया गया।
ग्राम प्रधान पर पहले भी वृक्षारोपण के मामले में लग चुका है आरोप
ग्राम प्रधान पर सरकार की ओर से वृक्षारोपण के लिए दिये गये पैसे को गबन करने का पहले भी आरोप लग चुका है। जिसमें जांच के बाद फर्जीवाड़े की पोल खुलकर सामने आ गई थी। जिस पर कार्रवाई भी की गई थी। लेकिन उसके बाद पैसों की सांठगांठ से मामला सुलटाने के लिए दबा दिया गया।
- सुंदरीकरण के नाम पर तालाब की खुदाई में भी फर्जीवाड़ा करके सरकारी पैसों की बंदरबांट की गई।
- ग्रामीणों की माने तो अब तक कई विकास कार्य कराये जा चुके हैं। लेकिन धरातल पर कोई भी काम दिखाई नहीं पड़ रहा है।
- जबकि कागजों में बहुत कुछ किया जा रहा है।
विकास कार्यों के नाम पर गिने चुने मुंह लगों की मिलीभगत से लूट
विकास कार्यों के नाम पर सरकारी पैसों की बर्बादी की जा रही है। जिसकी जांच के लिए ग्रामीण मांग कर रहे हैं। गांव की अधिकतर विकास योजनाएं गर्त में हैं।
- लेकिन ग्राम प्रधान प्रतिनिधि और उसके मुंहलगे लूटखोरी में मस्त हैं।