● नाका गुरुद्वारा में श्री गुरू गोबिन्द सिंह महाराज का प्रकाश पर्व (जन्मोत्सव) मनाया गया
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने रविवार को यहां कहा कि गुरु परंपरा और गुरु गोविंद सिंह महाराज ने सनातन धर्म और हिंदुस्तान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व कुर्बान कर दिया था। गुरू गुरुगोबिन्द सिंह ने अपने पिता गुरु तेग बहादुर जी महाराज और अपने चारों साहेबजादो का बलिदान इस राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए किया। बाबा बंदा सिंह बहादुर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बंदा बैरागी परमात्मा की तपस्या में लगे थे, गुरु गोविंद सिंह जी महाराज ने उनका आह्वान किया कि राष्ट्र की रक्षा के लिए आप आगे आएं, तब बाबा बंदा बैरागी गुरु महाराज की प्रेरणा से सिख का बाना धारण कर बाबा बंदा सिंह बहादुर बने, गुरु महाराज का आशीर्वाद और हुकमनामा लेकर उन्होंने पंजाब से मुगल साम्राज्य का सफाया किया।
गुरु गोबिंद सिंह महाराज के प्रकाश उत्सव पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल जी, महापौर संयुक्ता भाटिया, कैंट विधायक सुरेश तिवारी, ने भी गुरुद्वारा साहब में गुरु महाराज के आगे माथा टेक के आशीर्वाद लिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुद्वारा साहब के मंच से प्रदेशवासियों को गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के पावन प्रकाश उत्सव की बधाइयां दी और धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख किया।
बता दें कि खालसा पंथ के संस्थापक, मानवता के रहिबर, महान कवि साहिबे कमाल श्री गुरू गोबिन्द सिंह का प्रकाश पर्व (जन्मोत्सव) श्री गुरू सिंह सभा ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिण्डोला,लखनऊ में बड़ी श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। भव्य दरबार हाल को बहुत खूबसूरती से सजाया गया था। जिसमें फूलों से सुसज्जित भव्य संगमरमर की पालकी साहिब में श्री गुरू ग्रन्थ साहिब जी का प्रकाश किया गया। श्री सुखमनी साहिब के पाठ से दीवान आरम्भ हुआ। इसके पश्चात श्री अखण्ड पाठ साहिब जी की समाप्ति के उपरान्त रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह द्वारा पवित्र आसा-दी-वार के अमृतमयी कीर्तन से कार्यक्रम आरम्भ हुआ। बहुत सुबह से ही श्रद्धालु गुरुद्वारा साहिब पहुॅचने लगे तथा पक्तियों में खडे़ होकर श्री गुरू ग्रन्थ साहिब जी के दर्शन के पश्चात अपना स्थान ग्रहण कर गुरूबाणी का रसपान किया।
इस अवसर पर आकाशवाणी लखनऊ केन्द्र द्वारा आधे घन्टे का प्रसारण करके प्रदेश भर की संगतों को कार्यक्रम का रसास्वादन कराया गया। श्री गुरू सिंह सभा के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बग्गा ने इस अवसर पर उपस्थित संगतों को प्रकाश पर्व की बधाई दी तथा बधाई संदेश आकाशवाणी लखनऊ द्वारा भी प्रसारित किया गया। विशेष रूप से पधारे भाई बलविन्दर सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब ने अपनी मधुरवाणी में ‘तहीं प्रकास हमारा भयो पटना सहिर बिखै भव लयो।’ शबद कीर्तन गायन कर समूह साध संगत को निहाल किया। ज्ञानी अमृतपाल सिंह जी अमृतसर वालों ने साहिब श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी के जीवन पर दिल को छू देने वाले विचार व्यक्त किये। रागी जत्था भाई जसकरन सिंह पटियाला वालों ने ‘देह सिवा बर मोहि इहै सुभ करमन ते कबहूं न टरों।’ शबद कीर्तन गायन कर संगतों को मन्त्रमुग्ध कर दिया। ज्ञानी सुखदेव सिंह ने गुरमत के विचारों द्वारा कथा व्याख्यान किया। गुरूमत संगीत एकेडमी के बच्चों एवं माता गुजरी सत्संग सभा, लखनऊ की सदस्याओं एवं सिमरन साधना परिवार ने भी इस कार्यक्रम में शबद कीर्तन गायन किया।
गुरुद्वारा साहिब में दिन भर गुरबाणी कीर्तन तथा गुरमत विचारों का कार्यक्रम चला जिसका संचालन सतपाल सिंह मीत ने किया। समागम में लंगर के वितरण की सेवा सिख यंग मेन्स एसोसियेशन एवं दशमेश सेवा सोसाइटी द्वारा की गयी। कई स्वंय सेवी संस्थाओं ने चाय-काफी, मक्के की रोटी, सरसों के साग, जल की सेवा एवं फ्रूट चाट के स्टाल लगाकर सेवा की। लंगर पकवाने एवं वितरण की व्यवस्था हरविन्दरपाल सिंह नीटा, तजिन्दर सिंह, इन्दरजीत सिंह की देखरेख में हुई। गुरू के लंगर में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने लंगर ग्रहण किया।
अरदास के उपरान्त उपस्थित श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। कार्यक्रम की समाप्ति पर श्री गुरू सिंह सभा के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बग्गा ने सभी सिख संगठनों, जत्थेबन्दियों सिख सेवक जत्था पंजाबी यूथ एसोसियेशन एवं प्रशासन को गुरू जी की कृपा ‘‘सिरोपा’’ भेंट कर सम्मानित किया। गुरू महाराज का आर्शीवाद प्राप्त करने के लिये कई राजनीतिक दलों के नेता एवं सरकार के प्रतिनिधि तथा कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित हुए, उन्हें भी अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बग्गा ने सिरोपा देकर सम्मानित किया।