हरियाणा के करनाल जिले में पांच साल की एक बच्ची की सोमवार को हरसिंहपुरा गांव में 50 फीट गहरे खुले बोरवेल में गिरने के एक दिन बाद मौत हो गई. 10 घंटे के बचाव के प्रयास के बाद NDRF ने बच्चे को बाहर निकाला, जिसे करनाल के नागरिक अस्पताल में ले जाया गया.
रविवार दोपहर बोरवेल में गिरी लड़की को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. बच्चे के परिवार के अनुसार वह अपने घर के बाहर खेलते समय गिर गया. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लड़की की पहचान शिवानी के रूप में की.
जिला प्रशासन और पुलिस को सूचित किए जाने के बाद बचाव अभियान शुरू किया गया और एनडीआरएफ को मदद के लिए लाया गया. बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई और बचाव कर्मियों ने एक कैमरे के जरिए बच्चे की निगरानी की. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उसके माता-पिता की आवाज की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग उसे सुरक्षा की भावना प्रदान करने के लिए बजाई गई थी.
इस बीच घरौंडा के विधायक हरविंदर कल्याण ने बोरवेल को खुला छोड़ने के लिए परिवार को दोषी ठहराया. उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया “NDRF की टीम ने कुछ ही घंटों में लड़की को बचाकर एक अच्छा काम किया. लेकिन इससे परिवार के सदस्यों की लापरवाही भी उजागर हुई क्योंकि उन्होंने बोरवेल को अपने घर के बाहर खुला छोड़ दिया था.