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इटावा में दो मासूम बहनों की गला काटकर हत्या, घर के भीतर मिला खून से लथपथ शव

इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बलरई इलाके के बहादुरपुर गांव में दो मासूम सगी बहनों की गला काट कर हत्या से सनसनी फैल गई. स्कूली छात्राओं की हत्या उनके घर के भीतर ही कर दी गई. हत्या क्यों और किसने की है, इसकी छानबीन में पुलिस जुटी हुई है.

इटावा में दो मासूम बहनों की गला काटकर हत्या

पुलिस अधिकारियों का मानना है कि दो सगी बहनों की हत्या में परिवार का ही कोई नजदीकी या करीबी शामिल है. पुलिस को हत्या की जगह से कई सुराग भी मिले हैं.

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दो सगी बहनों की हत्या की वारदात के बाद कानपुर जोन के आईजी प्रशांत कुमार सिंह मौके पर पहुंचे. वहीं जिले के सभी पुलिस अधिकारी भी गहनता से जांच करने में जुटे हुए हैं. दो मासूम सगी बहनों की हत्या की वारदात उस वक्त की गई जब उनके माता-पिता खेत में चारा काटने के लिए गए हुए थे. हत्या की शिकार हुई लड़कियों के नाम 7 साल की रोशनी और 5 साल की शिल्पी है. पूरी घटना रविवार शाम 6 बजे के करीब की बताई जा रही है. डबल मर्डर की सूचना पुलिस को पुलिस 7 बजकर 30 मिनट के करीब मिली. इसके बाद पुलिस ने मौका- ए-वारदात पर पहुंचकर गहनता से जांच शुरू कर दी. फॉरेंसिक टीम के साथ कई घंटे तक विभिन्न स्तर पर गहनता से पड़ताल की गई.

मासूम बेटियों के पिता जयवीर सिंह और उनकी मां सुशीला घटना को लेकर पूरी तरह से अंजान बने हुए हैं. उनका कहना है कि वह तो अपने खेत पर काम करने में जुटे हुए थे. लेकिन हत्या की वारदात को अंजाम देने वाला कौन है और उनकी संख्या कितनी है, यह बात अभी स्पष्ट नहीं हो पा रही है.

कानपुर जोन के आईजी प्रशांत कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस को इस बात का सबूत मिल गया है कि हत्या की वारदात में फावड़े का इस्तेमाल किया गया है, क्योंकि उस पर खून के निशान देखे गए हैं. घटना घर के भीतर घटित हुई है, इससे यह बात पूरी तरह से साफ हो रही है कि वारदात में कोई पारिवारिक नजदीकी या करीबी शख्स शामिल है. करीब डेढ़ हजार की आबादी वाले बहादुरपुर गांव में दो सगी बहनों की हत्या के बाद मातम छाया हुआ है. सैकड़ों घरों में चूल्हे नहीं जले,

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