- 2022 विधानसभा चुनाव में किसानों की सरकार।
- मुजफ्फरनगर के दंगे का जिम्मेदार सपा, भाजपा और रालोद जैसी पार्टी।
- हिंदू-मुस्लिम दोनों को लड़ाने का काम सपा और भाजपा ने वोट बैंक के लिए किया।
- दंगा रोकने में नाकामयाब सरकारों को सत्ता में आने का कोई अधिकार नहीं।
लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह बतौर अतिथि राष्ट्रीय पंचायती राज संगठन के आज मुजफ्फरनगर के कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश में सपा बसपा और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी तीनों ही सरकारों को जमकर बरसे। उन्होंने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी हो या बसपा हो या सपा हो सभी ने किसानों, महिला, जनता, बेरोजगारों और युवाओं को ठगा है। भाजपा द्वारा गुमराह करने वाली झूठी घोषणाएँ, शिलान्यास, भूमिपूजन, करोड़ों की राशि के झूठे आँकड़े परोस कर जनता को भ्रमित करने का खेल फिर शुरू हो गया है। जिसको जनता को समझना और सतर्क रहने की आवश्यकता है।
कितना आश्चर्यजनक है कि जिनकी प्रदेश में पिछले वर्षों से बसपा, सपा और भाजपा सरकार रही है। वर्तमान में लगभग 5 वर्ष से जो सत्ता पर क़ाबिज़ हैं वो आज भी निकायो के विकास के रोडमैप ही बना रहे हैं, विकास के सपने ही दिखा रहे हैं। जनता इनके भ्रम में नहीं आने वाली है। देश में सबसे ज्यादा बेघर लोगों की संख्या यूपी के कानपुर शहर में है। विडम्बना ये कि इस बेघर लोगों के राज्य में भाजपा कई दशकों से ‘भगवान’ का घर बनाने के नाम पर वोट मांग रही है।
चुनाव के समय पर भारतीय जनता पार्टी को याद आती है तो वहीं सपा को जिन्ना। श्री सिंह ने कहा है कि यह लोग फिर एक बार हिंदू मुस्लिम भाइयों को लड़ाने का काम करेंगे पर इन से सावधान रहने की जरूरत है।विधानसभा चुनाव होने हैं, क्या सरकार के पास जनता को दिखाने के लिए कोई विकास कार्य अगर है, तो लोगों को सांप्रदायिक हिंसा की आग में झोंकने की कोशिश क्यों किया जा रही है। बीजेपी एक बार फिर से धर्म के एजेंडे पर सहारे चुनावी नैया पार लगाना चाहती है, पर जनता पूरी की पूरी नाव डूबाने की तैयारी में है।
श्री सिंह ने आगे कहा की किसी झूठ को इतनी बार कहो कि वो सच बन जाए और सब उस पर यक़ीन करने लगें इसी फार्मूले पर बसपा, सपा और भाजपा चल रही है। 2022 विधानसभा चुनाव में किसानों की सरकार चुनने वाली है। अबकी बार किसानों की सरकार बनेगी,यानी अबकी बार उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री का चेहरा किसान ही होगा।