चालू महीने के आखिर तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे पर आने की संभावना है. उनके दौरे के दौरान भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर मुहर लगेगी, इसकी तैयारी प्रारंभ हो चुकी है.भारतीय और अमेरिका के व्यापार अधिकारी प्रस्तावित सौदे को अंतिम रूप दे रहे हैं, जिसमें कुछ विशिष्ट क्षेत्रों को शामिल करने की उम्मीद है.
एक सूत्र ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान व्यापार सहयोग और रक्षा सहयोग को बढ़ाने पर एक समझौते पर मुहर लगने की संभावना है. भारत कुछ स्टील और एल्यूमीनियम उत्पादों पर अमेरिका द्वारा लगाए गए भारी टैक्स के साथ-साथ जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस (जीएसपी) के तहत कुछ उत्पादों पर टैरिफ पर लाभ की बहाली चाहता है. भारत भी अमेरिका में कृषि, ऑटोमोबाइल, ऑटो और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में अपने उत्पादों के लिए अधिक बाजार पहुंच की सुविधा के लिए अमेरिका पर दबाव बना रहा है.
दूसरी ओर अमेरिका अपने खेत और विनिर्माण उत्पादों, डेयरी वस्तुओं और भारत में चिकित्सा उपकरणों के लिए अधिक बाजार पहुंच चाहता है. 2018-19 में, अमेरिका में भारत का निर्यात 52.4 बिलियन अमरिकी डॉलर था, जबकि आयात 35.5 बिलियन अमरिकी डॉलर था. व्यापार घाटा 2017-18 में 21.3 बिलियन अमरिकी डॉलर से घटकर 2018-19 में 16.9 बिलियन अमरिकी डॉलर हो गया. भारत को 2018-19 में यूएस से 3.13 बिलियन अमरिकी डॉलर का एफडीआइ प्राप्त हुआ, जो 2017-18 में 2 बिलियन अमरिकी डालर से अधिक था.भारत ने पिछले साल गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि के तौर पर ट्रंप को आमंत्रित किया था, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति व्यस्तता के कारण नहीं आ सके. पिछले साल सितंबर में अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को अपने परिवार के साथ भारत आने के निमंत्रण दिया था.