मुख्य कोच मनोलो मारक्वेज के नेतृत्व में पहली और साल की भी पहली जीत की तलाश में जुटी भारतीय फुटबॉल टीम सोमवार को यहां अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में चिर-प्रतिद्वंद्वी मलयेशिया से भिड़ेगी। सीनियर खिलाड़ी और सेंट्रल डिफेंडर संदेश झिंगन की वापसी से भारत को मजबूती मिलेगी। वह पिछली बार जनवरी में एएफसी एशियाई कप में राष्ट्रीय टीम की ओर से खेले थे। वह घुटने की चोट से उबर चुके हैं।
भारतीय टीम ने 2024 में अब तक 10 मैच खेले हैं जिनमें से छह में उसे हार का सामना करना पड़ा और चार ड्रॉ रहे। टीम ने अब तक मनोलो के नेतृत्व में तीन मैच खेले हैं जिन्हें जुलाई में इगोर स्टिमक की जगह मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। इसमें से एक मैच भारत ने गंवाया जबकि दो ड्रॉ रहे। भारत ने सितंबर में गचीबाउली स्टेडियम में इंटरकांटिनेंटल कप में मॉरीशस के खिलाफ ड्रॉ खेला था और सीरिया से 0-3 से हार गया था। सोमवार को इसी स्टेडियम में मैच होगा। भारत ने 12 अक्तूबर को नाम दिन्ह में वियतनाम के खिलाफ अपना पिछला मुकाबला 1-1 से ड्रॉ खेला था।
अगर भारतीय टीम सोमवार को सकारात्मक परिणाम हासिल नहीं करती है तो वह 11 मैच में जीत के बिना साल का अंत करेगी। सोमवार का मैच अगले साल मार्च में होने वाले 2027 एशियाई कप क्वालीफायर से पहले भारत का आखिरी मैच भी हो सकता है। भारत-मलयेशिया की फुटबॉल प्रतिद्वंद्विता काफी पुरानी है। 1957 में कुआलालंपुर में एक दोस्ताना मैच में दोनों टीम पहली बार आपस में भिड़ी थी। भारत ने वह मैच 3-0 से जीता था। दोनों टीम अब तक 32 बार आपस में खेल चुकी हैं जिसमें मलयेशिया ने पिछले साल के मर्डेका टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पिछला मुकाबला 4-2 से जीता था।