विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने मंगलवार को नैरोबी में केन्या के राष्ट्रपति डॉ. विलियम रुतो के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया और आशा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे, MoS ने केन्या के राष्ट्रपति रुतो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बधाई पत्र और बधाई संदेश भी सौंपा। गौरतलब है कि भारत और केन्या मजबूत और बहुआयामी साझेदारियों के साथ समुद्री पड़ोसी हैं, जो नियमित रूप से उच्च स्तरीय यात्राओं, बढ़ते व्यापार, निवेश और लोगों से लोगों के संपर्कों को बढ़ावा देते हैं।
वी. मुरलीधरन ने ट्विटर पर लिखा नैरोबी में केन्या के निर्वाचित राष्ट्रपति महामहिम डॉo विलियम रुतो के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होकर प्रसन्नता हुई। पीएम @narendramodi जी का बधाई पत्र सौंपा। विश्वास है कि संबंध व्यापक और गहरा होने की ओर अग्रसर है। भारतीय प्रवासियों से मुलाकात के बाद एक और ट्वीट में विदेश राज्य मंत्री वीo मुरलीधरन ने लिखा कि केन्या में प्रवासी भारतीयों के गर्मजोशी भरे स्वागत से उत्साहित हूं। उनके साथ बातचीत करके खुशी हुई, जिनसे मैंने भारत में हाल के घटनाक्रमों को साझा किया। केन्या और भारत दोनों में उनके महत्वपूर्ण योगदान को याद किया। साथ ही यह जानकर खुशी हुई कि प्रवासी #AzadiKaAmritMahotsav को बड़े पैमाने पर मनाते हैं।
केन्या और भारत संयुक्त राष्ट्र, गुटनिरपेक्ष आंदोलन, राष्ट्रमंडल, G-77, G-15 और हिंद महासागर रिम एसोसिएशन फॉर रीजनल कोऑपरेशन जैसे अंतर्राष्ट्रीय मंचों के सदस्य हैं और अक्सर इन मंचों पर एक दूसरे के साथ सहयोग करते हैं। केन्या निवेश प्राधिकरण (केनइन्वेस्ट) के अनुसार, भारत केन्या में दूसरा सबसे बड़ा निवेशक है। व्यापार और राजनीतिक संबंधों के अलावा सांस्कृतिक संबंध, विकास और भारत से संपर्क करने के लिए लोगों के केन्या के साथ अच्छे संबंध हैं।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी