पाकिस्तान की तरफ से पिछले कई दिनों से जम्मू-कश्मीर से सटे इलाकों में युद्ध विराम की घटना बड़े पैमाने पर देखी जा रही है। इसके पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकियों की मिली भगत सामने आई है। बताया जा रहा है कि ऐसे में वह भारत में आतंकियों को घुसपैठ कराकर एक बार फिर कश्मीर में हालात खराब करने की फिराक में है।
दरअसल पाकिस्तानी ISI ने इन दिनों भारी पैमाने पर कश्मीर में आतंकवादी घुसपैठ कराने की योजना बनाई है। सेना की उत्तरी कमान के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी सेना और ISI की यह सोच है कि कोविड महामारी से निपटने में जुटा भारत फिलहाल पाकिस्तान के खिलाफ किसी क़िस्म की सैन्य कार्रवाई नहीं करेगा। इसी के तहत जैश और लश्कर के आतंकवादियों को विशेष तौर पर घुसपैठ और भारत में आतंकी हमलों के लिये तैयार किया जा रहा था।
इतना ही नहीं इस साल अब तक पाकिस्तान की ओर से युद्धविराम उल्लंघन के 1200 से ज़्यादा मामले भी हो चुके हैं। अकेले मार्च में ही पाकिस्तान ने 450 बार जम्मू-कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर फायरिंग की है। अप्रैल के पहले हफ़्ते में पाकिस्तान ने 55 बार कश्मीर में गोलाबारी की है। पाकिस्तान की इस हिमाकत के मद्देनज़र भारतीय सेना की यह कार्रवाई ज़रूरी थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आतंकियों ने आईएसआई की मदद से पीओके में 03 आतंकी कैंप बनाए हुए थे। जिसको देखते हुए कल भारतीय सेना कार्रवाई की, जिसमें करीब 50 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि हर एक कैंप में 18-18 आतंकी मौजूद थे और वहां पर भारी तादाद में गोला-बारूद भी था। सेना की कार्रवाई में आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
लगातार कर रहा है फायरिंग
सेना के प्रवक्ता कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, “पाकिस्तान ने आज (शनिवार) सुबह संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए लगभग 9.50 बजे किरनी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास अकारण गोलीबारी कर मोर्टार दागे,भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है।”
इससे एक दिन पहले भारतीय सेना ने पाकिस्तान स्थित एक आतंकी लॉन्चिंग पैड को नष्ट करते हुए घाटी के केरन और तंगधारा सेक्टर में पाकिस्तानी आर्टिलरी फॉरमेशन को नुकसान पहुंचाया था, जिसके बाद पड़ोसी देश ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।
वहीं, कल (शुक्रवार को) भारतीय सीमा में एलओसी के केरन सेक्टर में पाकिस्तान की गोलाबारी में दो नागरिकों के घायल होने के साथ ही दो रिहायशी मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे।