जीत के लिए चाहिए 100 रन, हाथ में 8 विकेट, ऑस्ट्रेलिया जीत की ओर बढ़ रहा है, लेकिन खेल का पांचवां दिन अभी बाकी कोलकाता के ईडन गार्डन्स में पांचवें दिन स्पिनर्स को मदद मिलेगी व हिंदुस्तान के पास अब भी विजय हासिल कर सीरीज जीतने का मौका! शायद ये कमेंट्री आपको भविष्य में शायद ही सुनने को मिलें, क्योंकि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) टेस्ट मैचों में बड़ा परिवर्तन करने वाली है। खबरों के मुताबिक इस वर्ष आईसीसी टेस्ट खेलने वाले सभी राष्ट्रों के साथ मीटिंग करेगी, जिसमें खेल के सबसे बड़े फॉर्मेट को पांच से घटाकर चार दिन करने पर मंथन होगा। जब से ये समाचार सामने आई है, पूरी संसार के क्रिकेट खिलाड़ी, खेल प्रेमी व एक्सपर्ट दो धड़ों में बंट गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अगर आईसीसी ने टेस्ट क्रिकेट को चार दिनों का कर दिया तो क्रिकेट बोर्ड व खिलाड़ियों के बीच तनाव पैदा होने कि सम्भावना है, यहां तक कि खिलाड़ी बगावत कर सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कि आखिर टेस्ट क्रिकेट का एक दिन घटाने से क्या नुकसान हो सकते हैं व इसे लागू करने के लिए क्या दलीलें दी जा रही हैं।
टेस्ट मैच को 4 दिवसीय करने के पीछे क्या दलीलें हैं?
सबसे पहले ये जानना महत्वपूर्ण है कि आखिर आईसीसी टेस्ट मैचों को चार दिवसीय करने के पीछे कारण क्या दिए जा रहे हैं। आखिर इस मामले पर बात करने की आवश्यकता क्यों आ गई। दरअसल पिछले दो वर्षों के रिकॉर्ड्स की बात करें तो महज 40% मैच 5 दिन तक चले। 2018-19 में 60% मैच 4 दिन या उससे पहले ही समाप्त हो गए। बड़ी बात ये है कि 2019 में 39 टेस्ट हुए व सिर्फ एक मैच में 400 से ज्यादा ओवर हो पाए। 39 में से सिर्फ 13 मैच 5वें दिन समाप्त हुए जिनमें से 4 का नतीजा नहीं निकला।
क्यों चाहते हैं 4 दिन का टेस्ट मैच?
बोला जा रहा है कि अगर टेस्ट मैच 4 दिन के कर दिए जाते हैं व अगर 2015-23 के क्रिकेट साइकिल के मुताबिक ही मैच खेले गए तो इससे आईसीसी व दूसरे बोर्ड्स तथा खिलाड़ियों को बड़ा लाभ होगा। माना जा रहा है कि चार दिन का टेस्ट होने से 2023 से 2031 के बीच कुल 335 दिन खाली मिलेंगे। इन दिनों को दूसरी टेस्ट सीरीज, टूर्नामेंट्स के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है जिससे बोर्ड, आईसीसी को वित्तीय लाभ होने कि सम्भावना है।
ज्यादा नतीजों वाली पिच बनेंगी: ऐसा भी माना जा रहा है कि अगर टेस्ट चार दिन का हो जाता है तो क्यूरेटर को ऐसी पिच तैयार करनी होगी, जिससे चार दिनों में ही मैच का निर्णय निकले। इससे टेस्ट मैच व रोमांचक होगा क्योंकि मैच कम ड्रॉ होंगे। इससे टेस्ट मैच का खेल भी तेज होगा, खिलाड़ी व आक्रामकता के साथ गेंदबाजी व बल्लेबाजी करेंगे।