लखनऊ। भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं बिहार की राजनीति में आजीवन प्रासंगिक रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्व0 कर्पूरी ठाकुर की जयंती लखनऊ स्थित जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश कार्यालय में बड़ी धूमधाम से मनाई गई।
भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान 26 महीने जेल में
सर्वप्रथम उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। प्रदेश महासचिव सुुभाष पाठक ने कहा कि कर्पूरी जी ने भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में उन्होंने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था। स्व0 ठाकुर ने भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान 26 महीने जेल में बिताए। वे सरल एवं सरस हृदय के नेता माने जाते थे तथा हमेशा गरीबों के लिए लड़ते रहे। बिहार के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने पिछड़ो को 27 फीसदी आरक्षण दिया। कर्पूरी जी दूरदर्शी होने के साथ ही एक ओजस्वी भी वक्ता थे।
नारा, हक चाहो तो लड़ना सीखो…..
कर्पूरी जी देशवासियों को सदैव अपने अधिकारों को जानने के लिए जगाते रहे और उनका नारा था,”हक चाहो तो लड़ना सीखो कदम कदम पर अड़ना सीखो जीना है तो मरना सीखो।” वो बेहद ईमानदार छवि के नेता थे।
इस अवसर पर सुभाष पाठक, विजेन्द्र वर्मा,एम.एल. कनौजिया, संतोष कुमार झा, रेखा पाण्डेय, विनीता श्रीवास्तव, ओम प्रकाश कनौजिया, राजेन्द्र गुप्ता, सुशील त्रिवेदी, शोभनाथ गौतम, सुशील वर्मा, सुप्रिया श्रीवास्तव, कृष्ण कान्त श्रीवास्तव, राम विशाल वर्मा, पवन गुप्ता, सज्जन वर्मा, शिवबहादुर,चंदन सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।