नई दिल्ली। भारत ने शनिवार को अपना 70वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस Republic Day Parade के दौरान राजपथ पर सेना ने पराक्रम और महिलाओं ने शौर्य का प्रदर्शन किया। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर इस बार राजपथ पर निकाली गई 22 झांकियों में बापू के जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं को दिखाया गया।
केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां
इन झाकियों में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां थी जबकि विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों (कृषि, ऊर्जा, पेयजल और स्वच्छता, भारतीय रेलवे, सीआईएसएफ और सीपीडब्ल्यूडी) की 6 झांकियां थी।
बिड़ला हाउस में बिताए 720 दिनों की झलक
दिल्ली की झांकी में महात्मा गांधी के 1915 से 1948 के बीच बिड़ला हाउस में बिताए 720 दिनों की झलक दिखाई गई। पश्चिम बंगाल की झांकी में महात्मा गांधी के जीवन के दो चरणों को दिखाया गया-भारत की आजादी के दौरान उनका प्रवास और रवींद्रनाथ टैगोर के साथ जुड़ाव.गुजरात की झांकी में बापू की ‘‘ऐतिहासिक दांडी मार्च’’ की झलक दिखी।
असम राइफल्स के महिला दस्ते ने
परेड में महिलाओं के शौर्य का शानदार प्रदर्शन भी देखने को मिला। जहां नौसेना और सेना के कई दस्तों की अगुवाई उन्होंने की और एक महिला अधिकारी ने बाइक पर हैरतअंगेज करतब दिखाए। पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होकर असम राइफल्स के महिला दस्ते ने इस साल इतिहास रचा।
26 बच्चों को राष्ट्रीय बाल पुरस्का
नौसेना, भारतीय सेना सेवा कोर और सिग्नल्स कोर की एक यूनिट के दस्तों की अगुवाई महिला अधिकारियों ने की। डेयरडेविल्स टीम के पुरुष साथियों के साथ सिग्नल्स कोर की कैप्टन शिखा सुरभि बाइक पर करतब करने वाली महिला बनी। पहली बार किसी महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट भावना कस्तूरी ने भारत सेना सेवा कोर के दस्ते की अगुवाई की और सशस्त्र सेना में तीसरी पीढ़ी की अधिकारी कैप्टन भावना स्याल ने ट्रांसपोर्टेबल सैटेलाइट टर्मिनल के दस्ते का नेतृत्व किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 बच्चों को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिए।