लखनऊ। कमिश्नरी प्रणाली लागू होने के बाद लखनऊ को पांच जोन में बांटा जा सकता है। थानेदारों के अलावा इस नए व्यवस्था में अपराध नियंत्रण और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुल 56 अधिकारियों को तैनात किया जाएगा। शासन की ओर से लखनऊ में 10 पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी तैनात किए गए हैं, जो पुलिस उपायुक्त का कार्यभार देखेंगे।
माना जा रहा है कि पांच पुलिस उपायुक्त के पर्यवेक्षण में 40 थानों को पांच जोनों में बांटा जाएगा। लखनऊ में पुलिस आयुक्त के नीचे आइजी स्तर के दो अधिकारियों को संयुक्त पुलिस आयुक्त, एसपी स्तर के 10 अधिकारियों को पुलिस उपायुक्त, एएसपी स्तर के 13 अधिकारियों को अपर पुलिस उपायुक्त व सीओ स्तर के 28 अधिकारियों को सहायक पुलिस आयुक्त काम करेंगे। इसके बाद पुलिस इंस्पेक्टरों को थानों का जिम्मा मिलेगा। नई व्यवस्था के तहत 10 पुलिस उपायुक्त कानून व्यवस्था, क्राइम, ट्रैफिक और महिला अपराध पर नियंत्रण के लिए तैनात किए गए हैं। हालांकि कमिश्नर के पद ग्रहण करने तक इनको कार्यभार नहीं मिला है। पांच पुलिस उपायुक्त अलग-अलग जोन में काम करेंगे। इसके अतिरिक्त एक को महिला अपराध, दूसरे को क्राइम, तीसरे को कानून व्यवस्था, चैथे को ट्रैफिक व पांचवे को प्रोटोकाल समेत अन्य कार्यों का जिम्मा सौंपा जा सकता है। माना जा रहा है कि तीन थानों पर एक सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) तैनात किया जाएगा। अब नई व्यवस्था के तहत सहायक पुलिस आयुक्त चैक, कैसरबाग, बाजारखाला, हजरतगंज, कैंट, आलमबाग, कृष्णानगर, अलीगंज, गोमतीनगर, महानगर और गाजीपुर का कार्यालय पुलिस कमिश्नर के अधीन होंगे।राजधानी में तैनात पुलिस अधिकारियों के बड़े स्तर पर फेरबदल के संकेत मिल रहे हैं। पुलिस कमिश्नर के कार्यभार ग्रहण करने के बाद इंस्पेक्टर, सीओ और एएसपी स्तर के अधिकारियों का तबादला किया जाएगा। राजधानी में सोमवार को नई व्यवस्था लागू होने के बाद महकमे में चर्चा का बाजार गर्म रहा।