महाराष्ट्र के पुणे में एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेम प्रसंग के चलते लड़की के परिवार वालों ने 20 साल के दलित युवक को रॉड से पीट-पीटकर मार डाला.
7 जून की रात यह घटना पुणे जिले के उपनगर पिंपल सौदागर इलाके की है. पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें दो नाबालिग हैं जिन्हें चिल्ड्रेन रिमांड होम में भेज दिया गया है.
दलित युवक विराज जगतप ने मौत से पहले पुलिस के सामने अपने स्टेटमेंट दर्ज कराया है. उसने बताया कि 7 जून की रात वो बाइक से जा रहा था. इसी दौरान उसे एक टेम्पो ने टक्कर मार दी. इसके बाद उस पर रॉड और पत्थरों से हमला किया गया.
स्टेटमेंट के मुताबिक, युवक ने भागने की कोशिश की लेकिन वह गिर पड़ा. इस दौरान आरोपी उसे जमकर पीटते रहे. लड़की को प्रपोज करने की उसने हिम्मत कैसे की, यह कहते हुए उसे जातिसूचक गालियां दी गईं.
विराज को सोमवार को आदित्य बिड़ला हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई. आरोपियों का कहना है कि मृतक काते परिवार की एक बेटी का पीछा कर रहा था. उसे पहले भी चेतावनी दी गई थी और इस वजह से दोनों परिवारों में दुश्मनी चल रही थी.
सभी छह आरोपियों की गिरफ्तारी आईपीसी की धारा 302, 143, 147, 148 और 149 के तहत की गई है. आरोपियों पर एसटी/एससी एक्ट 1989 के तहत भी मामला दर्ज हुआ है.
एसीपी श्रीधर जाधव ने बताया, “एफआईआर दर्ज कर ली है. लड़की के पिता जगदीश काते ने विराज के मुंह पर थूक दिया जब पीड़ित युवक घायल अवस्था में पड़ा था.”
उन्होंने बताया कि विराज अपनी जान बचाने की मिन्नत मांग रहा था. जगदीश मुरलीधर काते ने जरा भी दया नहीं दिखाई. उसने विराज पर चिल्लाते हुए कहा कि तुम नीची जाति से ताल्लुक रखते हो कैसे तुम रिश्ता रख सकते हो.