लखनऊ। भारतीय वायुसेना के वरिष्ठतम फाइटर कंट्रोलर एयर मार्शल विजय पाल सिंह राणा (विशिष्ट सेवा मेडल, वायु ऑफिसर इन चार्ज प्रशासन) ने आज (18 जून) यहाँ कहा कि बेहतर लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए फाइटर कंट्रोलर को महत्वपूर्ण ऑपरेशनल भूमिका बरकरार रखनी चाहिए। एयर मार्शल विजय पाल सिंह राणा वायु सेना स्टेशन मेमौरा स्थित वायु रक्षा कॉलेज में भारतीय वायुसेना के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने चुनौतीपूर्ण वातावरण के कारण युवा अफसरौं को निरंतर ज्ञान मैं वृद्धि करने, नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन करने, उच्चतम व्यावसायिक दक्षता का प्रदर्शन करने तथा संदेहरहित सत्य निष्ठा के साथ राष्ट्र की अथक सेवा करने का आहवान किया।
एयर डिफेंस कॉलेज में हुआ दीक्षांत समारोह आयोजन
इससे पूर्व 17 जून को वायु सेना स्टेशन मेमौरा स्थित वायु रक्षा कॉलेज में 163 वें फाइटर कंट्रोलर्स कोर्स का भव्य दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। उक्त समारोह मौजूदा कोविड -19 दिशानिर्देशों का पालन करते हुए आयोजित हुआ। 4 जनवरी को शुरू हुए इस कोर्स मैं भारतीय वायुसेना के 11 और मित्र (विदेशी) देशों के 3 प्रशिक्षु अधिकारी शामिल थे। विदेशी अधिकारियों का संयुक्त प्रशिक्षण मार्च में पूरा होने के बाद भी भारतीय वायुसेना के अधिकारियों का विशिष्ट क्षेत्रो मैं प्रशिक्षण जारी रहा। इस दिन का कार्यक्रम एफसीसी के समापन तथा दीक्षित होने वाले अधिकारियों को पसंदिदा कंट्रोलर्स बैज लगाने के साथ ही संपन्न हुआ।
विदाई समारोह की अध्यक्षता एयर कमोडोर पवन कुमार (वायु सेना मेडल) वायु ऑफिसर कमांडिंग अग्रिम मुख्यालय मध्य वायु कमान ने की। पाठ्यक्रम के दौरान अपनाई गई प्रमुख प्रशिक्षण गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए ग्रुप कैप्टन दीपक गौर, कमान ऑफिसर वायु रक्षा कॉलेज ने पाठ्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। समीक्षा अफसर ने मेधावी प्रशिक्षुओं को ट्रॉफीयां तथा मेडल प्रदान किये। कोर्स के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए फ्लाइंग ऑफिसर प्रधान निखिल आशीष को वायु ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, मध्य वायु कमान रोलिंग ट्रॉफी प्रदान की गई। इस समारोह में मेमौरा के स्टेशन कमांडर ग्रुप कैप्टन आदित्य प्रकाश सिंह शौर्य चक्र तथा अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
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