गैंग्स्टर अतीक अहमद की कल देर रोत गोली मारकर सरेराह हत्या कर दी है। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) चीफ और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है। उन्होंने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में पूछा है कि उत्तर प्रदेश का एनकाउंटर प्रदेश बन जाता कितना उचित है? इसके अलावा उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले पर संज्ञान लेने की अपील की है।
मयावती ने लिखा, ”गुजरात जेल से अतीक अहमद और बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकांड की तरह ही है। यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था और उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।”
वह आगे लिखती हैं, ”देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिंतनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में कानून द्वारा कानून के राज के बजाय, अब इसका एनकाउंटर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात है।”
हमले के बाद पुलिस तुरंत अतीक-अशरफ को अस्पताल के अंदर ले गई लेकिन डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। सनसनीखेज हत्याकांड की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके नाम शनि, अरुण और लवलेश है। इनसे पूछताछ जारी है। घटनास्थल पर मीडिया का एक कैमरा, पिस्टल और एक बाइक पड़ी मिली है। वहीं इस घटना की खबर फैलते ही पुराने शहर ने अफरातफरी मच गई और दुकानें व बाजार बंद हो गए।
आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की शनिवार रात कॉल्विन अस्पताल परिसर के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मेडिकल जांच के लिए पुलिस दोनों भाइयों को लेकर रात करीब दस बजे कॉल्विन अस्पताल पहुंची थी जहां गेट पर मीडियाकर्मी बने तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद तीनों हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
इस हमले में एक पुलिसकर्मी भी जख्मी हुआ है। इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद पुराने शहर में अफरातफरी के हालात बन गए। चकिया में तोड़फोड़ और गाड़ियों पर पथराव शुरू हो गया। देर रात पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। जिसे देखते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है।