योगी आदित्यनाथ ने गणतंत्र दिवस बधाई संदेश में मात्र औपचारिकता का निर्वाह नहीं किया। बल्कि इससे आगे बढ़ कर राष्ट्र को सर्वोच्च मानते हुए कार्य करने की प्रेरणा भी दी है। अधिकारों के साथ साथ कर्तव्य पालन का भी बोध होना चाहिए।
उन्होंने हमारे संविधान में हमारे मूल कर्तव्य और मौलिक अधिकारों का उल्लेख है। ‘नेशन फर्स्ट’ को ध्यान में रखते हुए हमें अपने कर्तव्यों का पालन पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करना चाहिये। योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस हमें संविधान के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा देता है। राष्ट्र धर्म के प्रति समर्पण से ही देश महान बनता है।
आपदा प्रबंधन से वैक्सिनेशन तक
योगी आदित्यनाथ ने कोरोना काल आपदा के उल्लेख किया। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा समय से लिए गये निर्णयों का परिणाम है कि आज भारत,कोरोना वायरस की वैश्विक चुनौती को मात देने के लिए आत्मविश्वास के साथ अपने कदम आगे बढ़ा रहा है। भारत इकलौता ऐसा देश है, जिसने कोरोना वायरस पर अंतिम प्रहार करने के लिए दो स्वदेशी वैक्सीन तैयार कर लिए हैं। दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गयी है।
आत्मनिर्भर भारत अपने वैक्सीन के माध्यम से देशवासियों की जीवन रक्षा करने के साथ साथ, ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ के अनुरूप इस धराधाम को एक परिवार मानते हुए, दूसरे देशों के नागरिकों की भी जीवन रक्षा कर रहा है। चौबीस करोड़ जनसंख्या का राज्य होने के बावजूद उत्तर प्रदेश ने कोरोना प्रबन्धन के क्षेत्र में एक मानक स्थापित किया है। प्रदेश सरकार के इन प्रयासों की सराहना प्रधानमंत्री द्वारा की गयी तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र की विश्व की सर्वाेच्च संस्था डब्ल्यूएचओ ने भी उत्तर प्रदेश के बेहतर कोविड प्रबन्धन की सराहना की। अन्य राज्यों से प्रदेश वापस आये चालीस लाख श्रमिकों एवं कामगारों का भी पूरा ध्यान रखा। इनकी रहने खाने की व्यवस्था,सुरक्षित घर वापसी के सभी प्रबन्ध करते हुए प्रदेश सरकार ने अपने निवासी और प्रवासी श्रमिकों को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराये।
आत्मनिर्भर अभियान में UP
योगी आदित्यनाथ ने आत्मनिर्भर भारत अभियान में उत्तर प्रदेश के योगदान का सबसे पहले निर्धारण किया था। आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार कार्यक्रम संचालित किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से सवा करोड़ से अधिक कामगारों व श्रमिकों को रोजगार,उद्योगों में समायोजन तथा स्वतः रोजगार के अन्तर्गत कार्य दिया गया। ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ तथा ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ को और गति देकर, इन योजनाओं के माध्यम से व्यापक स्तर पर रोजगार के नये अवसर सृजित किये। कृषि क्षेत्र के बाद एमएसएमई सेक्टर द्वारा सर्वाधिक रोजगार उपलब्ध कराया जाता है। एमएसएमई सेक्टर में पच्चीस लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित हुए।
किसान कल्याण के कार्य
नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों के कल्याण हेतु अभूतपूर्व कार्य किये है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वामीनाथन कमेटी के रिपोर्ट के अनुरूप विभिन्न फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में प्रधानमंत्री ने डेढ़ गुना वृद्धि की है। किसानों को शोषण तथा सूदखोरी से मुक्ति दिलाने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को संचालित किया गया है।
पिछले चार साल के दौरान राज्य सरकार ने प्रदेश के किसानों को धान व गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में साठ हजार करोड़ रुपये से अधिक धनराशि का भुगतान किया है। वर्तमान राज्य सरकार ने गन्ना किसानों के एक लाख पन्द्रह हजार करोड़ रुपये के गन्ना मूल्य का भुगतान कराया है।