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नया साल

नया साल जो हर वर्ष आता है और नए साल के आने की खुशियाँ हर घर, हर नगर और हर देश में मनायी जाती है। शहरों, बाज़ारों, घरों को सजाया जाता है और रोशनी से जगमगाया जाता है। पुराने साल को याद करते हुए नए साल के आगाज़ का स्वागत करते हैं। पिछले साल की सारी परेशानियों को छोड़कर, नए साल में नई उम्मीदों के साथ जीना चाहते हैं। अपनों से मिलते हैं, साथ मिलकर नए साल का स्वागत करते हैं। पार्टी करते हैं, डांस करते हैं, सच में बहुत अच्छा लगता है।

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इस नए साल के पहले दिन के आगमन पर सबके साथ मिलजुल कर हम सब में एक अलग ही उत्साह भरा होता है। नए साल में हम सबको कुछ और भी करना चाहिए जैसे अनाथ-आश्रम जाकर हम उन बच्चों के साथ भी नया साल मनाएँ, एक केक काट कर उनका भी मुँह मीठा कराएँ और छोटे-छोटे उपहार देकर उनके होठों की मुस्कान बढ़ाएँ। वृद्धाश्रम जाएँ, अपने माता-पिता समान सभी बुज़ुर्गो के साथ अपनी खुशियाँ बाँट कर देखें, एक अलग ही खुशियों के एहसास से आप सराबोर होंगे।

ठंड से ठिठुरती रात में फुटपाथ पर उन गरीबों को एक-एक कंबल बाँटकर आएं और उन की दुआओं का ज़खीरा अपने साथ लेकर आएं। ऐसे बहुत सारे काम हैं जो हम कर सकते हैं। ऐसे कामों से एक रूहानी खुशी का अहसास होता है। ऐसे नेक कामों से जो दुआएँ मिलती हैं वह हमारे कई मुश्किलों को दूर कर देती। कुछ लोग सोचते हैं नया साल तो हर साल आता है ऐसा क्या खास है, इस साल जो नया साल मनाया जाए तो उनकी बात एक हद तक शायद ठीक है पर मुझे ऐसा लगता है हर नया साल, नए ख़्वाब और भरोसे की उम्मीद बनकर आता है। पिछले साल अगर बहुत अच्छा नहीं गया तो हमें लगता है आने वाला साल शायद हमारे लिए अच्छा होगा। कुछ भी हो नए साल का नया दिन हम सब को अपनी तरफ खींचता है और अपने साथ जोड़ता है।

पिंजरा

सारी परेशानियों को भूलकर, रूठो को मना कर, सबकी मदद करके, सब की शिकायतों को दरकिनार करके, अपने अंदर की सारी कड़वाहट ख़त्म करके, एक दूसरे को गले लगाकर नए साल के रंगों में डूब जाएं। अपने साथ अपने वादों को लेकर चलें, अपने ख़्वाबों को पूरा करने की, अपनी मंज़िल पर पहुंचने की, अपने अस्तित्व की पहचान बनाने की जुनून भरकर आगे बढ़ें। नए साल की खुशियों को सबके साथ जोड़कर जियें। एक ऐसी दावत करें कुछ गरीब बच्चों को खाना खिलाएं, कपड़े दें, उनके दिन को भी कुछ नया बनायें। अच्छे कामों में हमेशा अपना योगदान दें, सच्चाई के रास्ते पर चलें, अपने माता-पिता का ख़याल रखें और अपने आस-पास के वातावरण को अपने आचरण से खुशहाल बनाएं। सबको साथ जोड़कर चलें, अना की दीवार गिराएं और दिलों में दया, प्रेम का दीप जलायें। नए साल का पूरी तन्मयता से स्वागत करें। सब को नए साल की बहुत-बहुत शुभकामनाएं और बधाई।

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         नाजरीन अंसारी

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