- डीडीओ, पीडी और बीडीओ को दी गई AI की ट्रेनिंग
लखनऊ,8 जुलाई 2025। सार्वजनिक क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को अपनाने को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास विभाग ने ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ शीर्षक से एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न किया। यह कार्यक्रम 7 और 8 जुलाई, 2025 को कार्यालय आयुक्त, ग्राम्य विकास, जवाहर भवन, 10वां तल के सभाकक्ष में आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण का औपचारिक उद्घाटन आयुक्त ग्राम्य विकास जीएस प्रियदर्शी (Commissioner Rural Development GS Priyadarshi) द्वारा किया गया। इस पहल में ग्राम्य विकास विभाग के जिला विकास अधिकारी (डीडीओ), परियोजना निदेशक (पीडी) (जिला ग्राम्य विकास अभिकरण), खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) और मुख्यालय पर तैनात अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।
दो दिवसीय प्रशिक्षण
7 जुलाई को आवंटित जनपदों के जिला विकास अधिकारियों और परियोजना निदेशक (जिला ग्राम्य विकास अभिकरण) को ट्रेनिंग दी गई। 8 जुलाई को मुख्यालय के अधिकारी/कर्मचारी और खंड विकास अधिकारियों को AI की ट्रेनिंग दी गई।
HCL और ग्राम्य विकास विभाग का संयुक्त प्रयास
यह कार्यशाला ग्राम्य विकास विभाग और HCL की GUVI GEEK Network Private Limited, चेन्नई के संयुक्त प्रयास से आयोजित की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य विभाग में AI का जिम्मेदारी से उपयोग करने के लिए आवश्यक कौशल और समझ का निर्माण करना है। पाठ्यक्रम में AI नीति ढांचे, नैतिक और कानूनी विचार, डिजिटल परिवर्तन रणनीतियों और सार्वजनिक सेवा वितरण में AI के व्यावहारिक अनुप्रयोगों सहित महत्वपूर्ण विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल थी। HCL की GUVI GEEK Network Private Limited, चेन्नई के विशेषज्ञों द्वारा AI के लाभ और उपयोग को विस्तार से समझाया गया।
तकनीक से काम होगा आसान: आयुक्त जीएस प्रियदर्शी
कार्यक्रम की शुरुआत आयुक्त, ग्राम्य विकास जीएस प्रियदर्शी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। आयुक्त ने अपने संबोधन में तकनीक के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि AI की मदद से काम को आसानी से और कम समय में पूरा किया जा सकता है। इसके लिए सभी को तकनीक के क्षेत्र में अपडेट रहने की भी जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों-कर्मचारियों से AI के उपयोग के लिए स्व-शिक्षण को भी महत्वपूर्ण बताया। साथ ही, आयुक्त ने कहा कि AI के उपयोग के लिए ब्लॉक स्तर पर तैनात अधिकारियों के पास लैपटॉप/टैबलेट जैसे उपकरण भी होने आवश्यक हैं।
ग्रामीण विकास में AI की भूमिका
विशेषज्ञों ने बताया कि ग्राम्य विकास के सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए AI प्रशिक्षण कई तरह से लाभकारी हो सकता है। AI तकनीक का उपयोग ग्रामीण विकास की चुनौतियों को हल करने, कार्यक्षमता बढ़ाने और नीति-निर्माण को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। AI उपकरण डेटा विश्लेषण, योजना निर्माण और निगरानी प्रक्रियाओं को स्वचालित कर सकते हैं, जिससे अधिकारियों और कर्मचारियों का समय बचेगा।
उपमुख्यमंत्री के निर्देशों का अनुपालन
गौरतलब है कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को पूर्व में ही निर्देशित किया गया था कि वे ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए आधुनिक और बेहतर टेक्नोलॉजी का भी उपयोग करें। योजनाओं को अमली जामा पहनाने में जहां व्यावहारिक पहलुओं को ध्यान रखना जरूरी है, वहीं ऐसी आधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जाना जरूरी है जिससे ग्रामीणों को योजनाओं का भरपूर लाभ आसानी से और कम समय में मिल जाए। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।