बालों का रंग काला मेलानिन पिगमेंट के कारण होता है. यह पिगमेंट स्कीन के अंदर बालों की जड़ों में होता है. जब मेलानिन की मात्रा शरीर में कम हो जाती है, तो हमारे बालों का रंग हल्का काला हो जाता है व जब मेलानिन पिगमेंट बॉडी में समाप्त हो जाता है तो बालों का रंग सफेद हो जाता है. मेलानिन की मात्रा शरीर में कम हो गई है तो बेहतर खानपान से इसे सही किया जा सकता है.
बालों की रिबॉन्डिंग से क्या नुकसान
रिबॉन्डिंग या हेयर स्ट्रेटनर का इस्तेमाल न करें. इससे बाल बेजान और रूखे हो जाते हैं. रिबॉन्डिंग से बेकार हुए बाल मेडिकल ट्रीटमेंट से भी अच्छा नहीं होते. नए बाल आने के बाद ही इसमें सुधार होता है.
तेल लगाना क्यों जरूरी
तेल लगाने से बाल लंबे नहीं होते, बल्कि सिर की स्कीन रूखी नहीं रहने से डैंड्रफ नहीं होता है. बाल चमकदार और मुलायम होते हैं.
क्या ज्यादा शैंपू से नुकसान होता है
बाल तैलीय हैं तो प्रतिदिन शैंपू करने से कोई नुकसान नहीं. यह सिर्फ बालों को साफ करने का कार्य करता है. बाल रूखे हैं तो प्रतिदिन शैंपू न करें इससे बालों का नैचुरल तेल कम हो जाता है.
दो मुंहे बालों से क्या नुकसान होता है
बाल जड़ों से बढ़ते हैं, सिरों से नहीं. शरीर में कैल्शियम की कमी से दो मुंहे बाल होते हैं. हालांकि ट्रिमिंग करवाने के बाद ये दिखाई नहीं देते लेकिन ये कोई स्थायी उपचार नहीं. बाल बढऩे के बाद दोबारा से दो मुंहे बाल निकलने लगते हैं इसलिए खाने में कैल्शियम की मात्रा बढ़ाएं और मेडिकल ट्रीटमेंट लें.
ये कार्य भी है जरूरी
ज्यादा गर्म पानी से बाल न धोएं. इससे बालों का नैचुरल तेल समाप्त होता है. मेंहदी, अंडा व दही बालों की चमक बढ़ाने और डैंड्रफ हटाने का कार्य करते हैं. आंवले का रस या ऑयल लगाने कीबजाय आंवले खाएं. बालों में कलरिंग के लिए हिना, आंवला और शिकाकाई लगाएं.