बेहद विपरिति हालातों में आखिरकार ओलिंपिक का समापन हुआ। खाली स्टेडियम में बिना फैंस के बीच ऐथलीट पसीना बहाते रहे। अपने देश के लिए मेडल लाते रहे। भारत के लिए खेलों का यह महाकुंभ बेहद खास रहा।
दरअसल क्रिकेट से राजनीति में आए प्रधानमंत्री इमरान खान अब खेलों पर ध्यान देना चाहते हैं. अभी उनके कार्यकाल में दो साल का समय बाकी है. ऐसे में वह चाहते हैं कि क्रिकेट के अलावा भी अन्य खेलों में पाकिस्तान का प्रदर्शन बेहतर हो.
पाकिस्तान को ओलंपिक में एक भी मेडल नहीं मिला है जबकि उसे 10 एथलीट टोक्यो गए थे. पाकिस्तान के खिलाड़ियों में सबसे अच्छा प्रदर्शन जैवलिन थ्रो में अरशद नदीम वेटलिफ्टर तलहा तालिब ने किया.
हमारे खिलाड़ियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाया। सात मेडल के साथ यह पदकों के लिहाज से हिंदुस्तान का बेस्ट परफॉर्मेंस भी था। भारत 48वें पायदान पर रहा।
पाकिस्तान के मंत्री असद उमर ने खुद एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि इमरान खान ने खेलों पर ध्यान देने के लिए कहा है. मंत्री ने बातचीत में यह भी माना कि उनकी सरकार पिछले तीन साल के कार्यकाल में खेलों पर उतना ध्यान नहीं दे पाई जितना उन्हें देना चाहिए था. इमरान खान इस स्थिति को बदलना चाहते हैं देश में आधुनिक स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट बनाए जाने की योजना है.